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भारत में नोवा और रिलायंस साथ-साथ

Last Updated- December 06, 2022 | 9:01 PM IST

कनाडा की सबसे बड़ी प्लास्टिक निर्माता कंपनी नोवा केमिकल्स कॉरपोरेशन और उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने ऊर्जा सक्षम भवन निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भारत में एक संयुक्त उपक्रम स्थापित करने की योजना बनाई है।


इस उद्यम के इस वर्ष तीसरी तिमाही में शुरू हो जाने की संभावना है। नोवा के प्रवक्ता ग्रेग विलकिंसन ने बताया कि इस संयुक्त उपक्रम में रिलायंस की 51 प्रतिशत की भागीदारी होगी और बाकी हिस्सेदारी नोवा की होगी।


उन्होंने कहा कि हरियाणा में एक संयंत्र के निर्माण पर तकरीबन 80 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस संयंत्र में एक्सपेंडेबल पॉलीस्टीरेन प्लास्टिक के इस्तेमाल से भवन निर्माण के लिए हलके उपकरण एवं भवन निर्माण सामग्रियां आदि बनाए जाएंगे। इन उपकरणों और सामग्रियों का इस्तेमाल रिलायंस रिटेल लिमिटेड और अन्य ग्राहकों के लिए स्टोरों और गोदामों में किया जाएगा।


नोवा का कहना है कि भारत का 2400 अरब रुपये का निर्माण बाजार सालाना 20 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। कंपनी यहां विशेष सामग्रियों और उपकरणों पर निवेश कर रही है।कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी क्रिस पेपास ने एक बयान में कहा, ‘यह नया उपक्रम हमें रिलायंस के साथ लाभप्रद कारोबार करने में सक्षम बनाएगा। यह उपक्रम रिलायंस रिटेल की रणनीति के लिए भी पूरी तरह अनुकूल है।’


विलकिंसन ने कहा कि नोवा की यह परियोजना कंक्रीट निर्माण, मेटल स्पेस फ्रेम और छतों के लिए पैनल्स आदि जैसे कार्यों से जुड़ी हुई है। परियोजना के तहत कंपनी भवन निर्माण के दौरान दीवारों की सजावट एवं डिजाइन इस तरह से तैयार करेगी कि इमारत में बिजली के इस्तेमाल में एक-तिहाई की कमी लाई जा सकेगी।


उन्होंने कहा कि कंपनी भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका और मालदीव पर ध्यान केंद्रित करेगी। उन्होंने कहा, ‘संयुक्त उपक्रम इमारतों को पूरी तरह तैयार करेगा। हम इमारतों के निर्माण कार्य पर विशेष ध्यान देंगे।’

First Published - May 3, 2008 | 12:43 AM IST

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