उत्तर भारत की प्रमुख रेस्तरां शृंखला निरुलाज राष्ट्रव्यापी विस्तार की योजना बना रही है।
कंपनी अगले तीन वर्षों में इस विस्तार अभियान के तहत 200 करोड़ रुपये खर्च करेगी। कंपनी 1934 में अपनी शृंखला की शुरुआत से ही विस्तार कार्यक्रम पर ध्यान केंद्रित करती रही है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक समीर कुकरेजा ने बताया, ‘हमने 60 प्रतिशत की इक्विटी और 40 प्रतिशत की फ्रेंचाइजी वाले एक व्यापार मॉडल के साथ राजस्थान और गुजरात में क्षेत्रीय फ्रेंचाइजी के साथ करार किया है। ये फ्रेंचाइजी इन राज्यों में शृंखलाएं शुरू करेंगी। हम मुंबई में भी निरुलाज खोलने के लिए लोकेशन की खोज कर रहे हैं।’
संपत्ति की कीमतों में बढ़ोतरी से कंपनी पर दबाव बना रहेगा, लेकिन नई दिल्ली हवाई अड्डा जैसे ट्रांजिट लोकेशनों में इसके आउटलेट अच्छा कारोबार कर रहे हैं। कुकरेजा ने कहा कि ट्रांजिट लोकेशनों में इसके काउंटरों पर रिटर्न ऑन कैपिटल इम्पलॉयड (आरओसीई) अन्य स्थानों की तुलना में 8 से 10 गुना अधिक है। इसके अलावा कंपनी मुंबई एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशनों और बस स्टॉपों पर एक्सप्रेस काउंटर और कियोस्क स्थापित करने की योजना बना रही है।
कंपनी दिल्ली में गैस स्टेशनों पर अपने आउटलेटों की स्थापना के लिए इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के साथ पहले ही गठजोड़ कर चुकी है। कंपनी ने गैस स्टेशनों पर अपने एक्सप्रेस आउटलेट खोलने के लिए 2005 में आईओसी के साथ एक समझौता किया। कंपनी रियल एस्टेट कंपनियों से हाथ मिला कर इस क्षेत्र से लाभ उठा रही है।
यह पार्श्वनाथ डेवलपर्स के साथ पहले ही गठजोड़ कर चुकी है। निरुलाज को मैकडोनाल्ड्स जैसी बहुराष्ट्रीय क्विस सर्विस रेस्तरां शृंखलाओं से प्रतिस्पर्धा भी करनी पड़ रही है। अपने विस्तार कार्यक्रम के तहत निरुलाज पूरे भारत में 35 और आउटलेट खोलेगी। कंपनी अपने मौजूदा आउटलेटों में बदलाव लाकर इन्हें नया लुक देगी।