चार बड़ी आईटी सेवा कंपनियों ने बाजार को भले ही निराश किया हो लेकिन मिडकैप आईटी कंपनियां का प्रदर्शन बेहतर रहा है। विश्लेषकों की रिपोर्ट और मांग के माहौल पर प्रबंधन की टिप्पणी के मुताबिक इन कंपनियों ने बेहतर किया है।
परसिस्टेंट सिस्टम्स, कोफोर्ज, केपीआईटी और सायंट जैसी फर्मों ने प्रदर्शन के मुख्य मानकों पर बेहतर प्रदर्शन किया है। प्रबंधन ने हालांकि सतर्क रुख सामने रखा है, लेकिन उनमें से ज्यादातर ने दो अंकों में बढ़त की उम्मीद जताई है।
ऐसा तब हो रहा है जब चार बड़ी आईटी कंपनियां एक अंक में वृद्धि दर्ज कर सकती हैं। पुणे मुख्यालय वाली परसिस्टेंट सिस्टम्स की बात करें तो कंपनी ने न सिर्फ सेवा क्षेत्र की अगुआई में वृद्धि दर्ज की है बल्कि कुल अनुबंध की कीमत भी रिकॉर्ड स्तर पर रही है।
नोमूरा की रिपोर्ट के मुताबिक, परसिस्टेंट ने सौदे हासिल करने के मामले में पिछले रुख बरकरार रखा है, साथ ही पिछले 12 महीने के कुल अनुबंधों की वैल्यू रिकॉर्ड 1.6 अरब डॉलर रही है।
इसके अलावा नए अनुबंध की वैल्यू 94.8 करोड़ डॉलर की रही है जबकि आर्थिक माहौल अनिश्चित है। अनुबंध की सालाना वैल्यू वित्त वर्ष 23 में 24 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1.17 अरब डॉलर रही।
इसके अतिरिक्त कंपनी प्रबंधन ने संकेत दिया है कि फर्म का इरादा अगली कुछ तिमाहियों में तिमाहती आधार पर तीन से पांच फीसदी की बढ़त हासिल करने का है और उसके बाद इसमें और सुधार देख रही है।
नोमूरा की रिपोर्ट में कहा गया है, हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 24 में अनुमानित तौर पर अमेरिकी डॉलर के लिहाज से राजस्व की रफ्तार 16.8 फीसदी रहेगी। इसकी तुलना में वित्त वर्ष 24 के लिए इन्फोसिस ने 4 से 7 फीसदी की बढ़त का अनुमान जताया है। उधर विप्रो ने वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में 3 से एक फीसदी तक की नकारात्मक वृद्धि का अनुमान जताया है।
बेहतर प्रदर्शन करने वाली अन्य फर्मों ने कोफोर्ज शामिल है, जिसने बीएफएसआई में मौजूदगी के बावजूद वित्त वर्ष 24 में स्थायी मुद्रा के लिहाज से राजस्व में 13 से 16 फीसदी की बढ़त का अनुमान जताया है, जो अच्छे व बड़े सौदों, क्रियान्वयन योग्य ऑर्डर बुक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने और विशाखित कारोबारी पेशकश के दम पर होगा।
कोफोर्ज के सीईओ व कार्यकारी निदेशक सुधीर सिंह ने कहा, आर्थिक माहौल काफी अनिश्चित है, लेकिन अलग-अलग उद्योगों के लिए यह काफी अलग-अलग है। ट्रैवल वर्टिकल में मांग काफी अच्छी है। बैंकिंग क्षेत्र से मांग पर काफी दबाव है। बीमा के लिए मांग सुदृढ़ नजर आ रही है। इन वर्टिकल में भी काफी सूक्ष्म अंतर है। स्पष्ट तौर पर मौके नजर आ रहे हैं, जो वृद्धि को रफ्तार देने में मदद कर सकता है।
कंपनी ने अपने कर्मियों को ऐपल आईपैड उपहार में दिया है क्योंकि वह एक अरब डॉलर के मील के पत्थर के आगे निकल गई। यह कंपनी के लिए लगातार पांचवीं तिमाही है जब उसने 30 करोड़ डॉलर से ज्यादा के सौदे पर हस्ताक्षर किए हैं।
एमके इंडिया इक्विटी रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है, बड़े सौदे, क्रियान्वयन वाले ऑर्डर बुक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने, अनुमानित तौर पर व्यापक वृद्धि और विशाखित कारोबारी पेशकश के दम पर प्रबंधन ने स्थायी मुद्रा के लिहाज से राजस्व में वित्त वर्ष 24 के दौरान 13 से 16 फीसदी की बढ़त का अनुमान जताया है।
साथ ही नौकरी छोड़ने की दर भी नरम रही है। कोफोर्ज व केपीआईटी हालांकि मार्जिन के अनुमान से थोड़ा पीछे रही, लेकिन सालाना आधार पर राजस्व की रफ्तार मजबूत बनी रही।