कंपनियां

McLeod Russel का ऋण समाधान तेज, NARCL से बातचीत जारी

एनएआरसीएल के साथ चर्चा और विचार-विमर्श के बाद योजना को संशोधित किया गया है और नवीनतम प्रस्तुति पिछली 17 जून को पेश की गई थी।

Published by
ईशिता आयान दत्त   
Last Updated- November 18, 2025 | 7:51 AM IST

ऋण पुनर्गठन के संबंध में एनएआरसीएल के साथ चल रही बातचीत के बीच देश की सबसे बड़ी थोक चाय उत्पादक कंपनी मैकलॉयड रसेल इंडिया ने संशोधित समाधान योजना प्रस्तुत कर दी है। इसके साथ-साथ तकनीकी आर्थिक संभावना (टीईवी) अध्ययन भी चल रहा है। कंपनी ने बचे हुए ऋण के लिए भी अन्य ऋणदाताओं को समानांतर प्रस्ताव दिए हैं।

वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही के अपने परिणामों के खुलासे में मैकलॉयड रसेल ने बताया कि उसने कंपनी की उधार के संबंध में समाधान के लिए एनएआरसीएल से संपर्क शुरू कर दिया है। एक समाधान योजना पेश की गई है जिसमें एक निश्चित अवधि में पुनर्भुगतान की राशि, अवधि और संसाधनों का उल्लेख है।

एनएआरसीएल के साथ चर्चा और विचार-विमर्श के बाद योजना को संशोधित किया गया है और नवीनतम प्रस्तुति पिछली 17 जून को पेश की गई थी। कंपनी ने कहा कि एनएआरसीएल द्वारा मांगे गए स्पष्टीकरण और जवाब दिए जा रहे हैं। इस बीच कंपनी के तकनीकी आर्थिक संभावना (टीईवी) अध्ययन के लिए एनएआरसीएल ने सलाहकार नियुक्त किए हैं। मैकलॉयड के सूत्रों के अनुसार यह रिपोर्ट दो से तीन सप्ताह में दी जा सकती है। इस साल मार्च में इंडसइंड बैंक को छोड़कर ज्यादातर ऋणदाताओं ने मैकलॉयड रसेल में अपने ऋण खाते एनएआरसीएल को सौंप दिए थे। मैकलॉयड के सूत्रों ने बताया कि शेष 428 करोड़ रुपये के ऋण के संबंध में समाधान योजनाएं ऋणदाताओं – इंडसइंड बैंक और जेसी फ्लावर्स एआरसी को प्रस्तुत की गई हैं। बैंकों और एआरसी से कंपनी की कुल उधारी लगभग 1,900 करोड़ रुपये है।

सूत्रों ने बताया कि बागान की बिक्री के जरिये इक्विटी जुटाने या पुनर्गठन में प्रवर्तकों का योगदान बढ़ाने के लिए बाहरी निवेशक को लाने पर विचार किया जा रहा है। सूत्र ने कहा, ‘यह सब अंतिम आंकड़ों और योजना पर निर्भर करता है। कोई भी निवेशक पैसा लगाने से पहले यह जानना चाहेगा।’

पिछले कुछ वर्षों से बैंकों के साथ ऋण पुनर्गठन पर बातचीत चल रही है। इस बीच कंपनी को दिवाला एवं ऋण शोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत ऋण समाधान के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट (एनसीएलटी) में भी पेश किया गया था। अलबत्ता कंपनी ने आईएलऐंडएफएस इन्फ्रास्ट्रक्चर डेट फंड और टेक्नो इलेक्ट्रिक ऐंड इंजीनियरिंग के साथ समझौता करके अपना रास्ता निकाल लिया था।

First Published : November 18, 2025 | 7:51 AM IST