facebookmetapixel
म्युचुअल फंड उद्योग ने SEBI से नियमों में ढील की मांग की, AMCs को वैश्विक विस्तार और नए बिजनेस में एंट्री के लिए छूट चाहिएRBI की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा! SME IPOs में खतरे की घंटीRBI Gold Reserves: रिजर्व बैंक के पास 880 टन से ज्यादा सोना, वैल्यू 95 अरब डॉलरInfosys के प्रमोटर्स ने ₹18,000 करोड़ के शेयर बायबैक से खुद को अलग कियासितंबर में Debt MF से निवेशकों ने क्यों निकाले ₹1.02 लाख करोड़? AUM 5% घटासस्ते आयात, डंपिंग से देश के स्टील सेक्टर को नुकसान; नीतिगत समर्थन की जरूरत: RBIसोशल मीडिया पर AI कंटेंट पर सख्ती, लेबलिंग और वेरिफिकेशन अनिवार्य; MeitY ने जारी किया मसौदा नियमभारत बनेगा AI कंपनियों का नया ठिकाना, OpenAI और Anthropic करेंगी भर्ती और ऑफिस की शुरुआतIndia-US Trade Deal: 50% से 15% होगा टैरिफ! ट्रंप देंगे बड़ा तोहफा, जल्द फाइनल हो सकती है डीलMajhi Ladki Bahin Yojana: महिलाओं की स्कीम में 12 हजार पुरुषों को मिला फायदा! चौंकाने वाला खुलासा

मारुति को 17 साल में पहली बार घाटा

Last Updated- December 15, 2022 | 4:08 AM IST

मारुति सुजूकी इंडिया ने बुधवार को कहा कि उसे चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 268.3 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ है। पिछले 17 साल में पहली बार कंपनी को किसी तिमाही में घाटा हुआ है। इस दौरान कारोना वायरस महमारी की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन के चलते कंपनी के कामकाज पर बुरा असर पड़ा। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 1,376.8 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। जून 2020 तिमाही में कंपनी की कुल बिक्री 3,677.5 करोड़ रुपये रही जबकि एक साल पहले की इसी तिमाही में 18,735.2 करोड़ रुपये रही थी। आलोच्य तिमाही में एकल आधार पर कंपनी को पहली तिमाही में 249.4 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है।
मारुति ने कहा कि वैश्विक महामारी के चलते कंपनी के इतिहास की यह अप्रत्याशित तिमाही रही। सरकार द्वारा लागू लॉकडाउन का पालन करते हुए इस तिमाही के बड़े हिस्से में कंपनी के कारखानों में न तो कोई उत्पादन हुआ और न ही कोई बिक्री हुई। उसने कहा कि मई में मामूली स्तर पर उत्पादन और बिक्री का काम शुरू हो पाया।

First Published - July 29, 2020 | 11:07 PM IST

संबंधित पोस्ट