जून तिमाही के दमदार नतीजों और ब्रोकरों के सकारात्मक नजरिये के बीच रिटेल दिग्गज ट्रेंट का शेयर सोमवार को नई ऊंचाई पर पहुंच गया था। यह शेयर पिछले 6 कारोबारी सत्रों में करीब 15 प्रतिशत चढ़ा है। बुधवार को भी इस शेयर में करीब 1.5 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
पिछली पांच तिमाहियों के दौरान लगातार राजस्व वृद्धि के रुझान को बरकरार रखते हुए कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 की जून तिमाही में सालाना आधार पर 53.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2,536 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया। यह वृद्धि दर बाजार अनुमानों के मुकाबले 10-15 प्रतिशत ज्यादा रही।
तेज विस्तार और शानदार लाइक-फॉर-लाइक वृद्धि से लगातार तीसरी तिमाही में कंपनी को 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा राजस्व दर्ज करने में मदद मिली। पिछली चार तिमाहियों के दौरान वृद्धि 53-78 प्रतिशत के दायरे में रही है।
इस तिमाही में ज्यादातर वृद्धि उसने वेस्टसाइड और जूडियो के फैशन रिटेल सेगमेंटों से दर्ज की। इसमें नई श्रेणियों और 12 प्रतिशत की लाइक-फॉर-लाइक वृद्धि का भी योगदान रहा। जहां कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 40 नए स्टोर खोलकर जूडियो की मौजूदगी बढ़ाई, वहीं उसने वेस्टसाइड नेटवर्क में 6 स्टोर जोड़े।
कई ब्रोकरों का मानना है कि कंपनी को खपत में सुस्ती के बावजूद लगातार वृद्धि की वजह से पिछली कुछ तिमाहियों के दौरान अपने प्रतिस्पर्धियों को मात देने में मदद मिली।
कंपनी ने पिछले चार वर्षों के दौरान 35 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज की है। मोतीलाल ओसवाल रिसर्च के अलीअसगर शाकिर और तन्मय गुप्ता का कहना है, ‘जहां डिस्क्रेशनरी कैटेगरी में मांग परिवेश चुनौतीपूर्ण दिख रहा है और प्रतिस्पर्धी ‘सेम स्टोर सेल्स’ में कमी दर्ज कर रहे हैं, वहीं ट्रेंट 12 प्रतिशत की लाइक-फॉर-लॉइक वृद्धि के साथ दूसरों से अलग रही है। इसके अलावा, नए स्टोरों की संख्या तेजी से बढ़ाए जाने के बावजूद कंपनी का बैलेंस शीट पर जोखिम सीमित है।’
ब्रोकरेज फर्म ने अगले दो साल के लिए कंपनी का राजस्व वृद्धि अनुमान 7-9 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है, लेकिन परिचालन मुनाफा अनुमान में कटौती की है। उसने इस शेयर के लिए खरीदें रेटिंग बरकरार रखी है।
कंपनी के स्टार फॉर्मेट ने परिचालन राजस्व में सुधार दर्ज किया। यह राजस्व सालाना आधार पर 33 प्रतिशत बढ़ा और इसमें ज्यादातर तेजी लाइक-फॉर-लाइक वृद्धि से दर्ज की गई। इस सेगमेंट में करीब एक-तिहाई राजस्व जनरल मर्केंडाइज और अपैरल से आता है। भले ही राजस्व वृद्धि अनुमानों के मुकाबले बेहतर रही, लेकिन इससे प्राप्त लाभ का अभी पूरा असर परिचालन प्रदर्शन में नहीं दिखा है।
कम मार्जिन वाले जूडियो फॉर्मेट की बढ़ती भागीदारी और स्टोर वृद्धि/किराया सेगमेंट से बढ़ती लागत की वजह से सकल के साथ साथ परिचालन मुनाफा मार्जिन प्रभावित हुआ है।
बिक्री के प्रतिशत के तौर पर रिटेल लागत 11 प्रतिशत रही जो वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 8 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में 10 प्रतिशत थी।