लगातार दो एमऐंडए लेनदेन में मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज अगले कुछ दिनों में 2,350 करोड़ रुपये में आमरी (एएमआरआई) हॉस्पिटल्स में इमामी ग्रुप की हिस्सेदारी लेने के लिए तैयार है। बैंकिग के सूत्रों ने बताया कि इसके बाद सिंगापुर की निजी इक्विटी प्रमुख टेमासेक मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज में 4 अरब डॉलर (32,800 करोड़ रुपये) के मूल्यांकन पर एक नियंत्रित हिस्सेदारी खरीदेगी।
सौदे के बारे में जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा, ‘मणिपाल दो किश्तों में आमरी की हिस्सेदारी के लिए भुगतान करेगा। अधिक राशि की पहली किश्त का भुगतान अग्रिम रूप से किया जाएगा और शेष का भुगतान लगभग एक वर्ष के बाद किया जाएगा।’ वित्त वर्ष खत्म होने से पहले दोनों समझौतों पर हस्ताक्षर कर लिए जाएंगे। मणिपाल, इमामी और टेमासेक तीनों ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद मणिपाल हेल्थ इमामी के खिलाफ दायर सभी लंबित अदालती मामलों को वापस ले लेगी। मणिपाल ने पिछले साल तय की गई बिक्री योजना से पीछे हटने के लिए इमामी के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
आमरी के लिए लगभग 1,800 करोड़ रुपये के कम मूल्यांकन पर पहले के सौदे के बाद मणिपाल हेल्थ और इमामी के बीच नई बातचीत शुरू हुई, जो सौदे की शर्तों और पश्चिम बंगाल सरकार की मंजूरी के कारण विफल रही। आमरी में राज्य सरकार की 1.9 फीसदी हिस्सेदारी है। नवंबर 2022 में, मणिपाल हेल्थ ने इमामी समूह को आमरी अस्पतालों में बहुमत हिस्सेदारी किसी तीसरे पक्ष को बेचने या प्रबंधन में बदलाव करने से रोकने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया था।
खबरों में बताया गया था कि मैक्स हेल्थकेयर एएमआरआई के लिए 2,700 करोड़ रुपये की बोली के साथ मैदान में उतरी थी। मैक्स ने पहले भी इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था। हालांकि, फरवरी की शुरुआत में मणिपाल हेल्थ और इमामी दोनों ने दिल्ली उच्च न्यायालय को अवगत कराया था कि समाधान के लिए अभी भी बातचीत जारी है।
मणिपाल के लिए आमरी के अधिग्रहण का मतलब पूर्वी क्षेत्र में उसकी व्यापक उपस्थिति दर्ज कराना होगा। वर्तमान में, आमरी चार अस्पतालों का संचालन करती है, जिनमें से तीन कोलकाता में और एक भुवनेश्वर में है। इसकी क्षमता लगभग 1,100 बेड की है, जिसे 1,200 तक बढ़ाया जा सकता है।
घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने कहा कि टेमासेक पिछले 6 साल से मणिपाल में निवेशित है और वे लंबी अवधि के लिए निवेश बनाए रखना चाहते हैं। वे अब समूह के स्वास्थ्य सेवा व्यवसाय में 20 फीसदी हिस्सेदारी रखते हैं और पई परिवार और निजी इक्विटी फर्म, टीपीजी दोनों से 25-27 फीसदी हिस्सा लेंगे। पई परिवार के पास अब इकाई में 52 फीसदी हिस्सेदारी है और कमजोर पड़ने के बाद लगभग 25-35 फीसदी की महत्त्वपूर्ण हिस्सेदारी बनी रहेगी।
निजी इक्विटी से समर्थन के साथ, मणिपाल हेल्थ अपने पदचिह्न का विस्तार कर रहा है और अपोलो अस्पताल के बाद देश में दूसरी सबसे बड़ी अस्पताल श्रृंखला के रूप में उभरा है। इससे पहले इसने नवंबर में 2,100 करोड़ रुपये में कोलंबिया एशिया अस्पताल श्रृंखला का अधिग्रहण किया था, जिससे 27 स्थानों पर बेड की संख्या 7,300 हो गई थी।
जून 2021 में, इसने बेंगलूरु में विक्रम हॉस्पिटल्स को मल्टीपल्स प्राइवेट इक्विटी (पीई) से 350 करोड़ रुपये में खरीदा। नेटवर्क के 28 स्थानों पर 8,700 बेड होने का अनुमान है। उद्योग के जानकारों को उम्मीद है कि यह सौदा मणिपाल और इमामी समूह के लिए फायदे का सौदा होगा। इमामी के लिए, यह एफएमसीजी, खाद्य तेल, कागज और रियल्टी के अपने मुख्य व्यवसायों में ऋण को कम करने और संसाधनों को इस्तेमाल करने का अवसर प्रदान करेगा।