अमेरिका के अपने ग्राहकों को आश्वस्त करने के इरादे से सत्यम के अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी राम मैनमपति ने अब अमेरिका की उड़ान भरी है।
कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक, ”कंपनी के सीईओ मैनमपति बीते रविवार को अमेरिका के दौरे पर गए हैं। जहां वह कंपनी की सेवाएं ले रहे ग्राहकों की बैठक में हिस्सा लेंगे। वह कंपनी के बोर्ड से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं और बोर्ड को दौरे के बारे में तमाम सूचनाएं दे रहे हैं।”
गौरतलब है कि कंपनी के असली निदेशकों के बोर्ड ने राम मैनमपति को कंपनी का अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है। मैनमपति ने मार्च 2008 में खत्म वित्तीय वर्ष के दौरान अपनी कंपनी में सबसे ज्यादा तनख्वाह हासिल की है।
पूंजी बाजार नियंत्रक सेबी ने सत्यम घोटाले में उन पर भी उंगलियां उठाई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, मैनमपति छोड़ बोर्ड के सभी निदेशकों की कुल तनख्वाह जहां 2.6 करोड़ रुपये रही है, वहीं मैनमपति ने वित्तीय वर्ष 2007-08 के दौरान 3.5 करोड़ रुपये से अधिक रुपये तनख्वाह के रूप में अर्जित किए हैं।
माना जा रहा है कि मैनमपति का अमेरिका दौरा सत्यम कंप्यूटर्स के नए निदेशक बोर्ड द्वारा तय हालिया रोडमैप से अपने ग्राहकों को अवगत कराने के लिए हो रहा है। सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज के तीन सदस्यीय नए निदेशक मंडल ने कई कठिन एजेंडे तय किए हैं।
इनमें राहत पैकेज की मांग, शीर्ष प्रबंधन में फेरबदल और ग्राहकों से जल्द भुगतान का आग्रह करना ताकि नगदी की किल्लत से निजात पाई जा सके-आदि शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि उसके ग्राहकों के पास सत्यम का काफी पैसा बकाया है। सत्यम के नवनियुक्त निदेशक दीपक पारेख ने बताया, ”यदि भुगतान तय समय पर मिल जाता है तो तरलता का संकट खत्म हो जाएगा।”
इस बीच, कंपनी का बोर्ड नए सीईओ और नए सीएफओ की तलाश रहा है। सरकार भी कंपनी के निदेशक मंडल के अन्य सदस्यों की नियुक्ति जल्द ही करने वाली है, ताकि नए चेयरमैन का चुनाव हो सके।