सत्यम के अधिग्रहण के कयास चाहे लगे रहे हैं, लेकिन उसे छूने से अभी तो तमाम कंपनिया परहेज ही कर रही हैं।
इंजीनियरिंग और निर्माण क्षेत्र की दिग्गज लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) ने साफ तौर पर कहा है कि वह सत्यम के अधिग्रहण के बारे में नहीं सोच रही है।एलऐंडटी के प्रवक्ता ने कहा, ‘सत्यम पर कब्जे का हमारा कोई इरादा नहीं है।’
गौरतलब है कि वित्तीय धोखाधड़ी का पता चलने के बाद से सत्यम की तमाम मोर्चों पर जांच चल रही है। एलऐंडटी की इस कंपनी में 4 फीसदी हिस्सेदारी है। प्रवक्ता ने कहा, ‘सॉफ्टवेयर कंपनी में हमारा निवेश पोर्टफोलियो निवेश है। इसे रणनीतिक न माना जाए।’
कंपनी के एक अधिकारी ने इस बात से भी इनकार किया कि मौके का फायदा उठाकर कंपनी सत्यम में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रही है। उसने कहा कि बढ़ी हुई हिस्सेदारी कई चरणों में बाजार से खरीदी गई है।
दरअसल पिछले काफी समय से बाजार में ये अटकलें जारी थीं कि एलऐंडटी सत्यम को गर्दिश में देखकर अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रही है और बाद में उसका अधिग्रहण कर लेगी।