एलटीआई माइंडट्री (एलटीआईएम) का शेयर गुरुवार को 10.5 प्रतिशत गिर गया, जो चार साल में उसकी एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। भारतीय आईटी सेवा प्रदाता द्वारा तीसरी तिमाही में अनुमान के मुकाबले कमजोर राजस्व दर्ज किए जाने और आगामी अनुमानों से निराशा पैदा होने के बाद इस शेयर में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
करीब एक साल से आईटी कंपनियों को ग्राहकों की घटती संख्या, खासकर अमेरिका और यूरोप में ऑर्डरों में विलंब या अनुबंध रद्द होने से चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। फिर भी प्रमुख आईटी कंपनियों टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में अनुमान से बेहतर राजस्व वृद्धि दर्ज की और बेहद महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने आगामी मांग परिवेश प्रभावित नहीं होने का संकेत दिया है। लेकिन एलटीआई माइंडट्री के मामले में ऐसा नहीं है।
निर्मल बांग इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषक गिरीश पई ने ‘ओवर प्रोमिसिंग ऐंड अंडरडिलिवरिंग’ नाम से अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘एलटीआई माइंडट्री के लिए मांग संबंधित परिवेश उससे ज्यादा सतर्क नजर आ रहा है, जितना कि हमने उसके प्रतिस्पर्धियों से सुना है। इस कंपनी के बारे में ‘ग्रीन शूट’ यानी सकारात्मक बदलाव की कोई बात नहीं की गई है जैसा कि उसकी प्रतिस्पर्धी कंपनियों के मामले में देखा जा रहा है।’