एलऐंडटी फाइनैंस होल्डिंग्स (LTFH) ने सब्सिडियरी कंपनियों एलऐंडटी फाइनैंस (LTF), एलऐंडटी इंफ्रा क्रेडिट (LTICL) और एलऐंडटी म्यूचुअल फंड ट्रस्टी का अपने साथ विलय (merger) पूरा होने की सोमवार को घोषणा की। कंपनी ने कहा कि इससे बेहतर गवर्नेंस और ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस विलय के साथ सभी कर्ज वाले बिजनेस एक इकाई यानी LTFH के तहत आएंगे। इसके साथ ही यह सूचीबद्ध ऋण इकाई, गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी (NBFC) बन जाएगी जो एल एंड टी फाइनेंस ब्रांड के तहत कई उत्पाद तथा सेवाएं मुहैया कराती है।
LTFH के प्रबंध निदेशक (MD) एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) दीनानाथ दुभाषी ने कहा, ‘विलय सभी आवश्यक मंजूरी के साथ निर्धारित समय से पहले पूरा हो गया है। उन्होंने कहा, ‘यह विलय ‘सही स्ट्रक्चर’ स्ट्रेटेजी के अनुरूप हमारे द्वारा की गई प्रमुख रणनीतिक पहलों में से एक है जिसे हमारी कंपनी पिछले सात सालों से लागू कर रही है और इसकी वजह से अब NBFC की संख्या 8 से घटकर 1 हो गई है।’
LTFH ने कहा कि मर्जर से होने वाले लाभों में बेहतर गवर्नेंस और कंट्रोल, देनदारी प्रबंधन (liability management), शेयरधारकों को बेहतर रिटर्न प्रदान करने की क्षमता, RBI के स्केल-आधारित नियमों का बिना किसी रुकावट के पालन और रेगुलेशन और साथ ही बेहतर ऑपरेशन एफिसिएंसी शामिल हैं।
गौरतलब है कि तीनों कंपनियों के बोर्ड ने जनवरी में प्रस्तावित विलय को मंजूरी दे दी थी और यह प्रक्रिया शेयरहोल्डर्स, क्रेडिटर्स और रेगुलेटरी अधिकारियों से अप्रूवल मिलने के बाद पूरी हुई थी, जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) और स्टॉक एक्सचेंज शामिल थे।
L&T Finance Holdings के शेयर आज 3:04 बजे BSE औऱ NSE दोनों पर बढ़त बनाए हुए हैं। कंपनी के शेयर BSE पर 2.09 प्रतिशत की उछाल के साथ 154.20 पर ट्रेड कर रहे हैं, वहीं, NSE पर भी इसके शेयरों में उछाल देखने को मिला। LTFH के शेयर NSE पर भी 2.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ 154.30 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे।
L&T फाइनैंस होल्डिंग्स का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही यानी FY24Q2 में रिकॉर्ड खुदरा कर्ज आवंटन के दम पर नेट प्रॉफिट 46 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 595 करोड़ रुपये रहा।
साथ ही NBFC ने कहा था कि सितंबर तिमाही में इसका रिटेल लोन डिस्ट्रीब्यूशन 32 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 13,499 करोड़ रुपये रहा, जो उसका एक तिमाही में अब सबसे ज्यादा रिटेल लोन डिस्ट्रीब्यूशन है। इसके कुल कर्ज आवंटन में रिटेल सेगमेंट की हिस्सेदारी 88 प्रतिशत थी। हालांकि थोक कर्ज वितरण में सालाना आधार पर 76 प्रतिशत यानी 28,740 करोड़ रुपये की भारी गिरावट दर्ज की गई थी।
इसी तिमाही के दौरान कंपनी का नेट इंट्रेस्ट मार्जिन 12.16 प्रतिशत हो गया जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 11.33 प्रतिशत था। इससे कर्ज की लागत 3.46 प्रतिशत से घटकर 2.74 प्रतिशत हो गई। इसी तिमाही में L&T फाइनैंस की नेट इंड्रेस्ट इनकम 11 प्रतिशत बढ़कर 1,729 करोड़ रुपये हो गई, जबकि कर्ज लागत 575 करोड़ रुपये से 10 प्रतिशत घटकर 517 करोड़ रुपये रह गई।