facebookmetapixel
बैंकिंग सिस्टम में नकदी की तंगी, आरबीआई ने भरी 30,750 करोड़ की कमी1 नवंबर से जीएसटी पंजीकरण होगा आसान, तीन दिन में मिलेगी मंजूरीICAI जल्द जारी करेगा नेटवर्किंग दिशानिर्देश, एमडीपी पहल में नेतृत्व का वादाJio Platforms का मूल्यांकन 148 अरब डॉलर तक, शेयर बाजार में होगी सूचीबद्धताIKEA India पुणे में फैलाएगी पंख, 38 लाख रुपये मासिक किराये पर स्टोरनॉर्टन ब्रांड में दिख रही अपार संभावनाएं: टीवीएस के नए MD सुदर्शन वेणुITC Hotels ने लॉन्च किया प्रीमियम ब्रांड ‘एपिक कलेक्शन’, पुरी से मिलेगी नई शुरुआतनेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल का पड़ोसी दरभंगा पर कोई प्रभाव नहीं, जनता ने हालात से किया समझौताEditorial: ORS लेबल पर प्रतिबंध के बाद अन्य उत्पादों पर भी पुनर्विचार होना चाहिएनियामकीय व्यवस्था में खामियां: भारत को शक्तियों का पृथक्करण बहाल करना होगा

लिशियस ने खरीदी माय चिकन ऐंड मोर 

साल 2007 में स्थापित की गई माय चिकन ऐंड मोर ने खुद को अपने दम पर एक मजबूत क्षेत्रीय खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है।

Last Updated- October 14, 2024 | 10:41 PM IST

डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (डीटूसी) मीट और सी फूड ब्रांड लिशियस ने बेंगलूरु की खुदरा दुकान माय चिकन ऐंड मोर खरीद लिया है। माय चिकन ऐंड मोर की शहर में 23 स्टोर हैं। कंपनी के सह-संस्थापक विवेक गुप्ता ने कहा, ‘इस अधिग्रहण से दक्षिण भारत में हमारी ऑफलाइन उपस्थिति बढ़ाने में मदद मिलेगी।’

इस नकद और शेयर आधारित सौदे से ऑनलाइन रिटलेर लिशियस को बेंगलूरु में भौतिक उपस्थिति दर्ज करने में मदद करेगी। इसके बाद इसके स्टोर की संख्या 26 हो जाएगी। फिलहाल डिलाइटफुल गॉरमेट के स्वामित्व वाली लिशियस के शहर में 3 स्टोर हैं।

इस अधिग्रहण से लिशियस के डिजिटल कारोबार को भी दम मिलेगा, जिसकी पहुंच फिलहाल 40 लाख परिवारों तक है। मगर कंपनी ने सौदे के मूल्य के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है, लेकिन कथित तौर पर यह करीब 200 करोड़ रुपये हो सकता है।

लिशियस के संस्थापक विवेक गुप्ता और अभय हंजुरा ने कहा कि माय चिकन ऐंड मोर ने प्रति स्टोर प्रभावशाली राजस्व, लाभप्रदता और आपूर्ति श्रृंखला दक्षता हासिल की है, जिससे यह एक अच्छी तरह से चलने वाला कारोबार बन गया है।

साल 2007 में स्थापित की गई माय चिकन ऐंड मोर ने खुद को अपने दम पर एक मजबूत क्षेत्रीय खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है। साल 2021 से 2023 के दौरान ब्रांड के 10 से बढ़कर 23 आउटलेट हो गए थे और इसने साल 2023 में 110 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया था। कंपनी सालाना 16 लाख से लेकर 18 लाख ऑर्डर संसाधित करती है। इसमें इसके कुछ स्टोर पर हर महीने 10 से 12 हजार ग्राहकों का आना शामिल है।

First Published - October 14, 2024 | 10:29 PM IST

संबंधित पोस्ट