facebookmetapixel
त्योहारी सीजन में दिखा खरीदारी का स्मार्ट तरीका! इंस्टेंट डिजिटल लोन बना लोगों की पहली पसंदQ2 में बंपर मुनाफे के बाद 7% उछला ये शेयर, ब्रोकरेज बोले – BUY; ₹298 तक जाएगा भावNifty Smallcap में गिरावट की चेतावनी! 3 तकनीकी संकेत दे रहे हैं 5% क्रैश का इशाराक्या Hindalco अब उड़ान भरेगा? एक ब्रोकर ने दिया ₹920 का टारगेट, बाकी रहे सतर्कसोना खरीदने का वक्त आ गया! एक्सपर्ट दे रहे हैं निवेश की सलाह, बोले- अब नहीं खरीदा तो पछताएंगेटैरिफ विरोधियों को Trump ने बताया ‘मूर्ख’, बोले- अमेरिका के हर नागरिक को मिलेगा $2,000 का डिविडेंड₹9,975 तक के टारगेट! नतीजों के बाद Bajaj Auto पर 4 ब्रोकरेज हाउसों की राय सामने आईLenskart Share: ₹390 पर कमजोर लिस्टिंग के बाद 2% उछला स्टॉक, बेच दें या होल्ड करें शेयर?राशन कार्ड के लिए सरकारी दफ्तर जाने की जरूरत नहीं, बस ये ऐप डाउनलोड करेंQ2 results today: ONGC से लेकर Vodafone Idea और Reliance Power तक, आज इन कंपनियों के आएंगे नतीजे

JSW जल्द खरीदेगा AkzoNobel India में 75% हिस्सेदारी, ₹12,000 करोड़ में तय सौदा

गुरुवार को एक्जोनोबेल का कुल बाजार पूंजीकरण 15,857 करोड़ रुपये रहा और यह सौदा प्रीमियम पर हो रहा है।

Last Updated- May 15, 2025 | 10:43 PM IST
JSW Group and South Korea's Posco join hands, focus on 50 lakh tonne steel plant and battery material in India JSW ग्रुप और दक्षिण कोरिया के पॉस्को ने मिलाया हाथ, भारत में 50 लाख टन स्टील प्लांट और बैटरी सामग्री पर फोकस
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

सज्जन जिंदल की अगुआई वाला जेएसडब्ल्यू समूह एक्जोनोबेल इंडिया लिमिटेड की 75 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण के करीब है। एक्जोनोबेल की मूल कंपनी से यह हिस्सा करीब 12,000 करोड़ रुपये में खरीदा जाएगा। मामले से जुड़े जानकार सूत्र ने यह जानकारी दी।

इस सौदे से जेएसडब्ल्यू का पेंट के ड्यूलक्स ब्रांड की निर्माता पर नियंत्रण हो जाएगा। गुरुवार को एक्जोनोबेल का कुल बाजार पूंजीकरण 15,857 करोड़ रुपये रहा और यह सौदा प्रीमियम पर हो रहा है। सूत्रों ने जानकारी दी कि अधिग्रहण के लिए धन जुटाने की खातिर जिंदल फैमिली जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर की दो फीसदी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। सौदे में समर्थन के लिए निजी इक्विटी साझेदारों को भी शामिल किया जा सकता है। 

छांटे गए गए सभी बोलीदाताओं, जिनमें पिडिलाइट इंडस्ट्रीज और इंडिगो पेंट्स भी शामिल, ने अप्रैल में बाध्यकारी प्रस्ताव पेश किए थे। पहले के दौर में अमेरिकी निजी इक्विटी प्रमुख ब्लैकस्टोन ने भी गैर-बाध्यकारी रुचि दिखाई थी। इससे एक्जोनोबल के भारतीय कारोबार की रणनीतिक कीमत का पता चलता है। यह सौदा जेएसडब्ल्यू के उपभोक्ता केंद्रित पेंट कारोबार में नवीनतम रणनीतिक प्रवेश को दर्शाता है। उसका लक्ष्य बढ़ती प्रतिस्पर्धा वाले बाजार में अपना आकार बढ़ाना है। एक्जोनोबल इंडिया के अधिग्रहण से जेएसडब्ल्यू को मजबूत राष्ट्रव्यापी वितरण नेटवर्क और नामी ब्रांड ड्यूलक्स तक पहुंच मिलेगी। हाल में आदित्य बिड़ला समूह ने इस बाजार में हलचल मचाई है। बाजार में एशियन पेंट्स का प्रभुत्व है। 

बताया जाता है कि सज्जन जिंदल ने इस सौदे के लिए व्यक्तिगत रूप से बातचीत की अगुआई की थी। यह अंबुजा सीमेंट्स में स्विस प्रमुख होलसिम की हिस्सेदारी के लिए समूह की पिछली हाई-प्रोफाइल बोली की तरह है। 2022 में 7 अरब डॉलर के उस प्रयास पर अंततः अदाणी समूह भारी पड़ा जिसने यह अधिग्रहण किया और वह भारत का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक बन गया। 

तब से जेएसडब्ल्यू ने एक आक्रामक विलय-अधिग्रहण की रणनीति अपनाई है। इसकी अक्षय ऊर्जा कंपनी, जेएसडब्ल्यू नियो एनर्जी चालू वित्त वर्ष में ओ2 पावर का अधिग्रहण करने जा रही है। यह सौदा करीब 12,468 करोड़ रुपये में होगा। मार्च में उसने केएसके एनर्जी का 16,000 करोड़ रुपये का अधिग्रहण पूरा किया, जिसे अब जेएसडब्ल्यू के व्यापक ऊर्जा प्लेटफॉर्म में शामिल किया जा रहा है।

विश्लेषकों ने हाल में प्रबंधन की टिप्पणियों का हवाला देते हुए कहा है कि एक्जोनोबेल के भारतीय कारोबार की बिक्री कैलेंडर वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। एक्जोनोबेल एनवी ने पूरी तरह से नकद लेनदेन को प्राथमिकता देने का संकेत दिया है। 

First Published - May 15, 2025 | 10:29 PM IST

संबंधित पोस्ट