स्मार्ट और टिकाऊ इमारत क्षेत्र की वैश्विक कंपनी जॉनसन कंट्रोल्स भारत पर बड़ा दांव लगा रहा है क्योंकि ग्राहक तेजी से हरित समाधानों का विकल्प चुन रहे हैं, जो उनके टिकाऊ लक्ष्यों के अनुरूप है। भारत ने साल 2070 तक नेट जीरो हासिल करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी भारत में डेटा सेंटर क्षेत्र से भी दमदार मांग नजर आ रही है क्योंकि इसके समाधान और सेवाएं इमारतों के मालिकों को स्वामित्व की कुल लागत कम करने में मदद करती है।
जॉनसन कंट्रोल्स के अध्यक्ष (एपीएसी) अनु रथनिंदे ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा कि भारत हमारे लिए काफी खास बाजार है। भारत अब दुनिया की सबसे बड़ी आबादी, पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था है और साथ ही कामकाजी उम्र की सबसे बड़ी आबादी वाला देश है। इसी तरह एशिया प्रशांत स्तर के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर भी यह हमारे लिए बेहद खास है।
उन्होंने कहा कि डेटा सेंटर क्षेत्र में अब बड़े स्तर पर प्रगति हो रही है और हम इसका समर्थन करने के लिहाज से बहुत अच्छी स्थिति में हैं। रथनिंदे ने कहा कि कार्बन फुटप्रिंट कम करने के लिए आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) और जेनरेटिव एआई जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाया जा सकता है और लाभ उठाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा ‘लेकिन किसी भी नई तकनीक की तरह ये ऐसे क्षेत्र हैं, जिन्हें हमें दुरुस्त करने और बेहतर तरीके से जानने की जरूरत है। आगे नियम आने वाले हैं और आगे बढ़ने के लिए हमें अतिरिक्त सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की जरूरत है। लेकिन इन प्रौद्योगिकियों को अपनाने और उन्हें अपने लाभ के लिए इस्तेमाल करने की पुख्ता तौर पर जरूरत है।’