जेसीबी इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक दीपक शेट्टी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के मुद्दे पर गुरुवार को कहा कि दीर्घावधि लाभ पाने के लिए अल्पावधि कष्ट सहना पड़ता है और निर्माण उपकरण उद्योग इसके लिए तैयार है। जेसीबी ने वर्ष 2024 में 14,000 यूनिट का निर्यात किया, जिसमें 10,000 निर्माण उपकरण अमेरिका भेजे गए थे।
शेट्टी शुक्रवार को भारतीय निर्माण उपकरण निर्माता संघ (आईसीईएमए) के अध्यक्ष का कार्यभार संभालेंगे। भारतीय निर्माण उपकरण उद्योग का आकार लगभग 6 अरब अमेरिकी डॉलर है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे अमेरिकी सरकार के इस कदम से चिंतित हैं, तो शेट्टी ने कहा, ‘हां।’
उन्होंने बिजनेस स्टैंडर्ड को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘पिछले चार साल दुनिया भर में जेसीबी के निर्यात के लिए बेहतरीन रहे हैं। इससे पहले, जेसीबी केवल लगभग 2,000 मशीनों का निर्यात करती थी। अगर हम पिछले पांच वर्षों पर नजर डालें, तो पता चलता है कि हमारा निर्यात कई गुना बढ़ा है। हम अब 135 देशों को निर्यात करते हैं।’
अमेरिका के साथ टैरिफ और व्यापार के मुद्दों पर उन्होंने कहा, ‘एक उद्योग के तौर पर हम बहुत खुले हैं। हम अपनी सरकारों के हाथ खुले रखना चाहते थे, इसलिए हमने वाणिज्य मंत्रालय से कहा कि दोनों पक्षों द्वारा आयातित निर्माण उपकरणों पर कोई शुल्क नहीं होना चाहिए ताकि समान अवसर उपलब्ध हों। हमें अपनी मशीनों की गुणवत्ता पर पूरा भरोसा है।’ उन्होंने अन्य संभावित बाजारों की ओर भी इशारा किया, जिन पर कंपनी निर्यात विविधता के लिए नजर रख रही है।