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प्राइवेसी उल्लंघन मामले में WhatsApp की होगी जांच, IT मंत्री चंद्रशेखर ने कहा- यह कतई स्वीकार नहीं

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सौरभ लेले
Last Updated- May 10, 2023 | 9:29 PM IST

सरकार व्हाट्सऐप से जुड़ी गोपनीयता के क​थित उल्लंघन की जांच करेगी और तैयार किए जा रहे डिजिटल व्य​क्तिगत डेटा सुरक्षा विधेयक (Digital Personal Data Prorection Bill ) में इसकी सुरक्षा के उपाय कर सकती है। ट्विटर के एक इंजीनियर के दावे को देखते हुए ऐसा किया जा रहा है। असल में इंजीनियर ने दावा किया है कि मेसेजिंग ऐप (व्हाट्सऐप) ने उनके स्मार्टफोन के माइक्रोफोन को तब एक्सेस किया जब वह उपयोग में नहीं था।

व्हाट्सऐप का स्वामित्व फेसबुक की मूल कंपनी मेटा के पास है और देश में इसके करीब 50 करोड़ उपयोगकर्ता (यूजर्स) हैं। व्हाट्सऐप पहले से ही विदेशी फोन नंबरों से भारतीय उपयोगकर्ताओं की स्कैम कॉल को लेकर विवादों में है।

सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने आज सुबह ट्वीट कर कहा, ‘इस प्रकार का उल्लंघन कतई स्वीकार्य नहीं है। यह गोपनीयता का उल्लंघन है। हम तुरंत इसकी जांच करेंगे और गोपनीयता के किसी भी उल्लंघन पर कार्रवाई करेंगे, भले ही ​नया डिजिटल व्य​​क्तिगत डेटा सुरक्षा विधेयक तैयार किया जा रहा हो।’

चंद्रशेखर ने ट्विटर के इंजीनियर फोड डाबिरी के ट्वीट के जवाब यह प्रतिक्रिया दी। उक्त इंजीनियर ने 6 मई को एक ट्वीट में आरोप लगाया था कि व्हाट्सऐप उसके फोन के माइक्रोफोन का उस समय उपयोग कर रहा था जब वह सो रहे थे।

डाबिरी ने ट्वीट में कहा कि ‘यह क्या चल रहा है?’ इसके साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में व्हाट्सऐप द्वारा पूरी रात उनके फोन (गूगल पिक्सल 7 प्रो) के माइक्रोफोन का उपयोग किए जाने के 9 अलर्ट का स्क्रीनशॉट भी अटैच किया।

ट्विटर के नए मालिक ईलॉन मस्क भी बहस में कूद पड़े। डाबिरी के पोस्ट का उल्लेख करते हुए मस्क ने ट्वीट किया, ‘व्हट्सऐप पर भरोसा नहीं किया जा सकता।’

व्हाट्सऐप ने ट्वीट में कहा, ‘यह समस्या ऐंड्रॉयड से जुड़ी थी। हमारा मानना है कि यह ऐंड्रॉयड पर एक वायरस है जो उनके गोपनीयता डैशबोर्ड में जानकारी को गलत तरीके से उपलब्ध कराता है। इसको लेकर गूगल से जांच करने और जरूरी सुधार करने के लिए कहा गया है।’

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व्हाट्सऐप ने यह भी दावा किया कि उपयोगकर्ता का अपनी माइक की सेटिंग्स पर पूरा नियंत्रण था। मेसेजिंग ऐप ने कहा, ‘अनुमति (Permission) मिलने के बाद, व्हाट्सऐप केवल माइक तक उस समय पहुंचता है जब कोई उपयोगकर्ता कॉल कर रहा होता है या वॉयस नोट या वीडियो रिकॉर्ड कर रहा होता है। उस समय भी बातचीत और अन्य जानकारी ‘एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन’ के जरिये सुरक्षित होती है। इसीलिए व्हाट्सऐप उन्हें सुन नहीं सकता है।’ गूगल के प्रवक्ता ने कहा, ‘हमें इस समस्या की जानकारी है और व्हाट्सऐप के साथ मिलकर इसकी जांच की जा रही है।’

गोपनीयता तंत्र को लेकर व्हाट्सऐप पर पहले भी आरोप लगते रहे हैं। 2022 में ए​थिकल हैकर्स ने दावा किया था कि व्हाट्सऐप उपयोगकर्ताओं की व्य​क्तिगत जानकारियों की चोरी हुई है और उन्हें यह डार्क वेब पर मिला। हालांकि व्हाट्सऐप ने हैकरों के दावे से इनकार किया था।

First Published : May 10, 2023 | 9:29 PM IST