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सेमीकंडक्टर फर्मों की भारत में निवेश में रुचि

Last Updated- December 11, 2022 | 10:33 PM IST

सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मंगलवार को कहा कि भारत के 76,000 करोड़ रुपये की सेमीकंडक्टर योजना की घोषणा के बाद दुनिया की प्रमुख कंपनियों ने इसमें काफी रुचि दिखाई है। उन्होंने कहा कि सरकार यह देखना पसंद करेगी कि इंटेल, टीएसएमसी, सैमसंग और प्रौद्योगिकी क्षेत्र की अन्य कंपनियां देश में निवेश करें।
चंद्रशेखर ने कहा कि देश में आकर्षक निवेश संभावनाएं टटोलने को लेकर भारत सेमीकंडक्टर बनाने वाली सभी प्रमुख कंपनियों का स्वागत करने को उत्सुक है। उन्होंने कहा, हम यह देखना पसंद करेंगे कि इंटेल, टीएसएमसी, सैमसंग, ग्लोबल फाउंडरीज और सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी क्षेत्र की अन्य विनिर्माण, डिजाइन और परीक्षण से जुड़ी कंपनियां देश में निवेश करें। यह साफ है कि प्रधनमंत्री की 76,000 करोड़ रुपये की पहल के बाद वैश्विक कंपनियों की इसमें रुचि काफी ज्यादा है और वे आज पूर्व के मुकाबले काफी गंभीर हैं।
इस बीच, आईटी मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि सेमीकंडक्टर प्रोत्साहनों को लेकर दिशानिर्देश जनवरी, 2022 की शुरुआत में जारी किया जाएंगे। कंपनियों को जवाब देने के लिए लगभग 45 से 90 दिन का समय दिया जाएगा। सरकार ने इस महीने की शुरुआत में देश में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले विनिर्माण को बढ़ावा देने को लेकर एक वृहत योजना को मंजूरी दी। इसका मकसद देश को उच्च प्रौद्योगिकी वाले उत्पादों के उत्पादन के मामले में एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने और बड़े चिप निर्माताओं को निवेश के लिए आकर्षित करना है।
इस कदम से भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने, बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करने और 35,000 विशेषीकृत रोजगार के अलावा परोक्ष रूप से एक लाख रोजगार सृजित होने की उम्मीद है। सरकार सेमीकंडक्टर प्रोत्साहन योजना के साथ 1.7 लाख करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद कर रही है।

First Published - December 29, 2021 | 12:27 AM IST

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