कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा प्रदाताओं और उनके ग्राहकों के परिचालन लगातार हो रहे व्यवधान को देखते हुए ये प्रौद्योगिकी कंपनियां घर से काम (डब्ल्यूएफएच) के दौरान लागत घटाने के उद्देश्य से समाधान तैयार कर रही हैं। इसके अलावा आईटी कंपनियां अपने ग्राहकों को दफ्तर लौटने में भी मदद कर रही हैं।
कोविड वैश्विक महामारी ने डिजिटल बदलाव को जबरदस्त रफ्तार दी है और इसलिए तमाम कार्यों को कुछ ही सप्ताह में निपटा लिया जाता है अन्यथा उसे पूरा करने में वर्षों लग जाते थे। उदाहरण के लिए, टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने एक समाधान तैयार किया है जिसे ‘सेफ वर्कप्लेस’ नाम दिया गया है। इसके तहत दफ्तार और कर्मचारियों की तैयारी के अलावा विभिन्न कारकों का आकलन करते हुए एक श्रमबल मॉडल तैयार किया गया है।
मुंबई की इस कंपनी ने दावा किया है कि यह समाधान उद्यमियों को चार सप्ताह के भीतर कामकाज को सुचारु करने और विभिन्न जगहों पर मौजूद कर्मचारियों के प्रबंधन में मदद करता है। यह विभिन्न प्रकार के कार्यों को स्वचालित तरीके से प्रबंधन करने की सुविधा प्रदान करता है जिसमें कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, शिफ्ट मैनेजमेंट, वर्कस्पेस प्लानिंग आदि शामिल हैं।
टाटा समूह की कंपनी ने कहा, ‘वैश्विक महामारी के क्षेत्रीय हॉटस्पॉट की पहचान और तथ्यों के आधार पर निर्णय लेने में समर्थ होने से कंपनियों को उन समस्याओं को नजरअंदाज करते हुए अपना परिचालन सुचारु करने में मदद मिलती है जो आमतौर पर कारोबार को प्रभावित कर सकती हैं।’ कंपनियां स्वचालित तरीके से अपने कर्मचारियों की बातों को सुनने और उनकी प्रतिक्रिया लेने के अलावा उनके साथ बेहतर तालमेल स्थापित करने के लिए भी इस समाधान का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह नए कर्मचारियों को निर्देशित भी कर सकता है।
एलऐंडटी इन्फोटेक और टेक महिंद्रा जैसी घरेलू कंपनियों और आईबीएम जैसी वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनियों ने भी घर से काम करने के दौरान तमाम चीजों के प्रबंधन के लिए समाधान लेकर आई हैं। साथ ही दफ्तर से परिचालनको सुचारु करने में मदद के लिए भी इन कंपनियों ने समाधान तैयार किए हैं।
आउटसोर्सिंग सलाहकार और पारीख कंसल्टिंग के संस्थापक पारीख जैन ने कहा, ‘इस प्रकार के उत्पाद संकट के दौरान वीडियो कॉलिंग, उपस्थ्थिति प्रबंधन, पेरोल संबंधी प्रक्रियाओं और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ऐप आदि विभिन्न समाधानों के जरिये ग्राहकों की मदद करते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘यह डिजिटल बदलाव का महज एक हिस्सा है जहां आईटी कंपनियां अपने ग्राहकों की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए सक्रियता दिखाती हैं। इसे प्रमुख ग्राहकों को बरकरार रखने के लिए उठाए गए कदमों के तौर पर भी देखा जा सकता है।’
टेक महिंद्रा ने ‘न्यू एज डिलिवरी (एनएडी)’ प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया है जिसमें दूर से ही वैश्विक स्तर पर सुरक्षित तरीके से काम करने की सुविधा प्रदान की गई है। टेक महिंद्रा के एनएडी प्रमुख अभिजित लाहिरी ने कहा, ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) समर्थ यह प्लेटफॉर्म परियोजनाओं के निष्पादन के लिए टीम को बौद्धिक तरीके से लगातार निर्देशित करता है।’
आईबीएम ने भी प्रौद्योगिकी एवं सर्विस डिलिवरी के लिए एक नया मॉडल तैयार किया है जिसे ‘सर्विसेज डानैमिक डिलिवरी’ नाम दिया गया है। इसी प्रकार, एलऐंडटी इन्फोटेक ने कहीं से भी काम करने में मदद के लिए एक सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग प्लेटफॉर्म तैयार किया है जिसे ‘कैनवस’ नाम दिया गया है।
