पूरी दुनिया की कंपनियां खर्च में कटौती के तरह-तरह के उपाय अपना रही हैं। ऐसे में भारतीय कंपनियां भी इस राह पर चल पड़ी हैं। अधिकांश कंपनियां भर्ती प्रक्रिया के दौरान आमने-सामने के साक्षात्कार के बजाय टेलीफोन पर ही छात्रों का साक्षात्कार ले रही हैं।
मंदी के दौर में ये कंपनियां ऐसा कर यात्रा खर्च में कमी लाना चाहती हैं। भारतीय प्रबंधन संस्थान-कोझिकोड (आईआईएम-के) के लैटरल प्लेसमेंट के अंतिम राउंड के लिए तीन कंपनियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का रास्ता अपनाने की योजना बनाई है।
इन कंपनियों में डेलॉयट और ब्रिटानिया भी शामिल हैं। टाटा स्टील समेत चार-पांच कंपनियां साक्षात्कारों को पूरी तरह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अंजाम देना पसंद कर रही हैं।
आईआईएम-के के एक छात्र ने बताया, ‘ब्रिटानिया के मुख्य परिचालन अधिकारी साक्षात्कारों के अंतिम राउंड को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पूरा करेंगे।’ नई दिल्ली के एक प्रमुख प्रबंधन संस्थान के छात्रों का कहना है कि कई कंपनियां प्लेसमेंट के लिए टेलीफोन साक्षात्कार को पसंद कर रही हैं और सिर्फ अंतिम राउंड ही फेस-टु-फेस राउंड है।
अंतिम वर्ष के एक छात्र ने बताया, ‘कंपनियां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और टेलीफोन पर साक्षात्कार प्रक्रिया को कम खर्च पर अंजाम दे रही हैं और यात्रा खर्च में कटौती कर रही हैं।’ पिछले साल आईआईएम-के परिसर का दौरा नहीं करने वाली पेप्सी ने प्लेसमेंट-पूर्व साक्षात्कारों की पूरी प्रक्रिया को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अंजाम दिया। एसबीआई कैपिटल भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्रक्रिया को पूरा कर रही है।
गुड़गांव में एक बिजनेस स्कूल के छात्र का कहना है, ‘कंपनियां बढ़-चढ़ कर ऐसे साक्षात्कारों को अंजाम दे रही हैं, लेकिन ऑनलाइन प्रक्रिया आमने-सामने लिए जाने वाले साक्षात्कार की तरह कभी नहीं हो सकती।’
हालांकि ऐसी सुविधाओं के इस्तेमाल का उद्देश्य अक्सर खर्च में कटौती करना नहीं होता है। विदेशों में भी कंपनियां साक्षात्कार के सभी राउंड ऑनलाइन के जरिये ही पूरा करती हैं। दूसरी ओर छात्रों का कहना है कि अब कॉलेज भी कंपनियों की इच्छा के अनुरूप उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया कराने लगे हैं।
आईआईएम-कलकत्ता के भर्ती समन्वयक जोसफ आइक ने कहा, ‘हम हमेशा से उन कंपनियों के लिए टेलीफोनिक इंटरव्यू की सुविधा मुहैया कराते रहे हैं जो कैम्पस का दौरा करने में सफल नहीं रही हैं और इस साल भी यह सिलसिला जारी है।
यह खर्च कटौती से जुड़ा नहीं है। कभी-कभी कंपनियां यात्रा अवरोधों या वरिष्ठ प्रबंधन की अनुपलब्धता की वजह से कैम्पस का दौरा करने में विफल रहती हैं। ऐसे मामलों में हम इच्छुक कंपनियों को टेलीफोन साक्षात्कार या वीडियो कॉन्फ्रेसिंग की सुविधा मुहैया कराते हैं।’
कॉग्निजेंट ने दिल्ली स्थित एक प्रबंधन स्कूल में प्लेसमेंट-पूर्व साक्षात्कारों के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का इस्तेमाल किया है। इसी तरह अर्न्स्ट ऐंड यंग ने भी एक बिजनेस स्कूल में लैटरल प्लेसमेंट के लिए ऑनलाइन साक्षात्कार का सहारा लिया है। एल ऐंड टी और एचसीएल जैसी अन्य कंपनियां भी साक्षात्कारों के लिए ऑनलाइन प्रणाली की राह अपना रही हैं।