सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस ने सभी कारोबारी श्रेणियों और विभिन्न देशों में सधे प्रदर्शन तथा नए सौदों के दम पर वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया। कोविड के कारण पनपी अनिश्चितता का हवाला देकर वित्त वर्ष की शुरुआत में राजस्व वृद्घि के अनुमान देना बंद कर चुकी कंपनी ने एक बार फिर अनुमान देना शुरू कर दिया। कंपनी का अनुमान है कि दूसरी तिमाही में उसका राजस्व 2 फीसदी तक बढ़ सकता है। इससे कुछ समय में कारोबार पर कंपनी का मजबूत नियंत्रण होने का संकेत साफ नजर आ रहा है। बेंगलूरु में मुख्यालय वाली दिग्गज कंपनी ने यह भी कहा कि पिछले वित्त वर्ष की ही तरह इस बार भी उसे 21 से 23 फीसदी परिचालन मार्जिन की उम्मीद है।
इन्फोसिस से बड़ी आईटी कंपनियों टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और विप्रो ने इस वित्त वर्ष के लिए कोई भी अनुमान लगाने से परहेज किया है।
बहरहाल पहली तिमाही में इन्फोसिस का कर पूर्व मुनाफा 2019-20 की पहली तिमाही के मुकाबले 12 फीसदी बढ़ा और 5,792 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। पिछली तिमाही के मुकाबले भी इसमें 5.4 फीसदी इजाफा हुआ। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के मुकाबले इस बार कंपनी का शुद्घ मुनाफा भी 11.5 फीसदी वृद्घि के साथ 4,233 करोड़ रुपये रहा। मगर जनवरी-मार्च तिमाही की तुलना में इसमें 2 फीसदी गिरावट आई।
कंपनी ने इस तिमाही में 23,665 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया, जो पिछली तिमाही के मुकाबले 1.7 फीसदी और अप्रैल-जून 2019 तिमाही के मुकाबले 8.5 फीसदी अधिक रहा। इस मोर्चे पर कंपनी ने टीसीएस और विप्रो से बेहतर प्रदर्शन किया। साल भर पहले की तिमाही के मुकाबले टीसीएस का राजस्व 6.3 फीसदी और विप्रो का राजस्व 4.4 फीसदी घटा है। जून तिमाही में कंपनी ने 170 करोड़ डॉलर के बड़े सौदे हासिल किए।
