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स्मार्ट टेक्नोलॉजी से बदल रही है देश के हवाई अड्डों की तस्वीर, यात्रियों को मिल रहा नया अनुभव

देश के हवाई अड्डे यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए तेजी से तकनीक अपना रहे हैं, जिससे सुरक्षा प्रक्रिया तेज हो रही है और डिजिटल सेवाएं अधिक प्रभावी हो रही हैं।

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अक्षरा श्रीवास्तव   
Last Updated- July 06, 2025 | 10:39 PM IST

जैसे-जैसे लोगों की देश-विदेश की यात्राएं बढ़ रही हैं हवाई अड्डे भी तकनीक से लैस हो रहे हैं और वाणिज्यिक संभावनाओं के साथ-साथ यात्रा अनुभव को भी नया रूप दे रहे हैं। हाल ही में 21 देशों के 12,000 से अधिक यात्रियों पर किए गए एक सर्वेक्षण से पता चलता है कि कैसे डिजिटल नवोन्मेष से दुनिया भर के हवाई अड्डों पर यात्रियों के व्यवहार, खर्च और जुड़ाव में बदलाव आया है। सर्वेक्षण में 1,001 भारतीय पर्यटक भी शामिल थे। 

बताया गया है कि वैश्विक हवाई अड्डा ऑटोमेशन बाजार का आकार अभी के सालाना 5.05 अरब डॉलर से बढ़कर साल 2033 तक 85.12 अरब डॉलर होने का अनुमान है। इसे यात्रियों की बढ़ती उम्मीदों और डिजिटल बुनियादी ढांचे में निवेश से बल मिल रहा है। 

सर्वेक्षण में शामिल भारतीय यात्रियों में से 82 फीसदी लोगों ने फास्ट ट्रैक सिक्योरिटी और 85 फीसदी लोगों ने डिजिटल बोर्डिंग पास को सबसे शानदार प्रौद्योगिकी बताया। सर्वे में शामिल 80 फीसदी लोगों ने ऑटोमेटेड बैगेज ड्रॉप और ऐडवांस्ड स्कैनर के महत्त्व पर भी जोर दिया।

कोलिंसन इंटरनैशनल के मुख्य कार्य अधिकारी क्रिस्टोफर इवान्स ने कहा, ‘यात्राएं लगातार बढ़ रही हैं और पर्यटकों के यात्रा अनुभव को बेढ़तर बनाने और खर्च बढ़ाने के लिए हवाई अड्डे भी प्रौद्योगिकी का रुख कर रहे हैं। ऑटोमेशन से यात्रियों का कीमती समय बचता है और इससे उनका तनाव भी कम होता है। इसके अलावा इसके जरिये वास्तविक समय पर यात्रियों को सही जानकारी भी दी जा सकती है। यात्रियों को जब अच्छा अनुभव मिलता है तो वे आराम करना चाहते हैं और तरह-तरह व्यंजन का स्वाद लेते हैं तथा हवाई अड्डों की दुकानों में खरीदारी करने के लिए भी जाते हैं।’

First Published : July 6, 2025 | 10:39 PM IST