facebookmetapixel
Infosys के प्रमोटर्स ने ₹18,000 करोड़ के शेयर बायबैक से खुद को अलग कियासितंबर में Debt MF से निवेशकों ने क्यों निकाले ₹1.02 लाख करोड़? AUM 5% घटासस्ते आयात, डंपिंग से देश के स्टील सेक्टर को नुकसान; नीतिगत समर्थन की जरूरत: RBIसोशल मीडिया पर AI कंटेंट पर सख्ती, लेबलिंग और वेरिफिकेशन अनिवार्य; MeitY ने जारी किया मसौदा नियमभारत बनेगा AI कंपनियों का नया ठिकाना, OpenAI और Anthropic करेंगी भर्ती और ऑफिस की शुरुआतIndia-US Trade Deal: 50% से 15% होगा टैरिफ! ट्रंप देंगे बड़ा तोहफा, जल्द फाइनल हो सकती है डीलMajhi Ladki Bahin Yojana: महिलाओं की स्कीम में 12 हजार पुरुषों को मिला फायदा! चौंकाने वाला खुलासाTata Motors CV की लिस्टिंग डेट पर बड़ा अपडेट! दिसंबर से बाजार में शुरू हो सकती है ट्रेडिंगTata Trusts: कार्यकाल खत्म होने से पहले वेणु श्रीनिवासन बने आजीवन ट्रस्टी, अब मेहली मिस्त्री पर टिकी निगाहेंMidwest IPO: 24 अक्टूबर को होगी लिस्टिंग, ग्रे मार्केट से मिल रहे पॉजिटिव संकेत; GMP ₹100 पर पंहुचा

स्मार्ट टेक्नोलॉजी से बदल रही है देश के हवाई अड्डों की तस्वीर, यात्रियों को मिल रहा नया अनुभव

देश के हवाई अड्डे यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए तेजी से तकनीक अपना रहे हैं, जिससे सुरक्षा प्रक्रिया तेज हो रही है और डिजिटल सेवाएं अधिक प्रभावी हो रही हैं।

Last Updated- July 06, 2025 | 10:39 PM IST
Airport
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

जैसे-जैसे लोगों की देश-विदेश की यात्राएं बढ़ रही हैं हवाई अड्डे भी तकनीक से लैस हो रहे हैं और वाणिज्यिक संभावनाओं के साथ-साथ यात्रा अनुभव को भी नया रूप दे रहे हैं। हाल ही में 21 देशों के 12,000 से अधिक यात्रियों पर किए गए एक सर्वेक्षण से पता चलता है कि कैसे डिजिटल नवोन्मेष से दुनिया भर के हवाई अड्डों पर यात्रियों के व्यवहार, खर्च और जुड़ाव में बदलाव आया है। सर्वेक्षण में 1,001 भारतीय पर्यटक भी शामिल थे। 

बताया गया है कि वैश्विक हवाई अड्डा ऑटोमेशन बाजार का आकार अभी के सालाना 5.05 अरब डॉलर से बढ़कर साल 2033 तक 85.12 अरब डॉलर होने का अनुमान है। इसे यात्रियों की बढ़ती उम्मीदों और डिजिटल बुनियादी ढांचे में निवेश से बल मिल रहा है। 

सर्वेक्षण में शामिल भारतीय यात्रियों में से 82 फीसदी लोगों ने फास्ट ट्रैक सिक्योरिटी और 85 फीसदी लोगों ने डिजिटल बोर्डिंग पास को सबसे शानदार प्रौद्योगिकी बताया। सर्वे में शामिल 80 फीसदी लोगों ने ऑटोमेटेड बैगेज ड्रॉप और ऐडवांस्ड स्कैनर के महत्त्व पर भी जोर दिया।

कोलिंसन इंटरनैशनल के मुख्य कार्य अधिकारी क्रिस्टोफर इवान्स ने कहा, ‘यात्राएं लगातार बढ़ रही हैं और पर्यटकों के यात्रा अनुभव को बेढ़तर बनाने और खर्च बढ़ाने के लिए हवाई अड्डे भी प्रौद्योगिकी का रुख कर रहे हैं। ऑटोमेशन से यात्रियों का कीमती समय बचता है और इससे उनका तनाव भी कम होता है। इसके अलावा इसके जरिये वास्तविक समय पर यात्रियों को सही जानकारी भी दी जा सकती है। यात्रियों को जब अच्छा अनुभव मिलता है तो वे आराम करना चाहते हैं और तरह-तरह व्यंजन का स्वाद लेते हैं तथा हवाई अड्डों की दुकानों में खरीदारी करने के लिए भी जाते हैं।’

First Published - July 6, 2025 | 10:39 PM IST

संबंधित पोस्ट