facebookmetapixel
2025 में भारत की तेल मांग चीन को पीछे छोड़ने वाली है, जानिए क्या होगा असररॉकेट बन गया सोलर फर्म का शेयर, आर्डर मिलते ही 11% दौड़ा; हाल ही में लिस्ट हुई थी कंपनीटायर स्टॉक पर ब्रोकरेज बुलिश, रेटिंग अपग्रेड कर दी ‘BUY’; कहा-करेक्शन के बाद दौड़ेगा शेयरVeg and Non veg thali price: अगस्त में महंगी शाकाहारी और मांसाहारी थालीफिर से दुनिया की अर्थव्यवस्था में भारत-चीन का होगा दबदबा! अमेरिका को मिलेगी टक्कर?त्योहारी सीजन से पहले Audi India ने दी गुड न्यूज! ₹7.8 लाख तक घटा दी कीमतें, चेक करें नई रेट लिस्टGST 2.0 में कॉम्पेंसेशन सेस हटने से डीलर्स को बड़ा नुकसान होने का खतरा, पूर्व ICAI अध्यक्ष ने सुझाया समाधानMotilal Oswal ने इस हफ्ते के लिए चुना ये धाकड़ स्टॉक, टेक्निकल चार्ट पर दे रहा पॉजिटिव संकेत; जानें टारगेट और स्टॉपलॉसCancer Vaccine: रूस ने पेश की EnteroMix कैंसर वैक्सीन, प्रारंभिक परीक्षण में 100% सफलताMutual Fund: पोर्टफोलियो बनाने में उलझन? Sharekhan ने पेश किया मॉडल; देखें आपके लिए कौन-सा सही?

2023 में 91% भारतीय संगठनों पर हुए रैंसमवेयर अटैक: रिपोर्ट

रिपोर्ट से पता चलता है कि अधिक से अधिक कंपनियां साइबर सुरक्षा को लेकर समस्याओं का सामना कर रही हैं

Last Updated- June 16, 2023 | 10:37 PM IST
Bank Fraud

वैश्विक पहचान सुरक्षा कंपनी साइबरआर्क द्वारा हाल ही में किए गए एक सर्वे से पता चला है कि सर्वे में शामिल 91% भारतीय संगठनों ने पिछले एक साल में रैनसमवेयर हमलों को झेला है।

रिपोर्ट से पता चलता है कि अधिक से अधिक कंपनियां साइबर सुरक्षा को लेकर समस्याओं का सामना कर रही हैं। वे लोगों की पहचान की रक्षा करने और उनकी जानकारी को सुरक्षित रखने के बारे में चिंतित हैं। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि हैकर्स जानकारी चुराने या अन्य समस्याएं पैदा करने का प्रयास कर सकते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि जब अर्थव्यवस्था ठीक नहीं चल रही हो और तकनीक तेजी से बदल रही हो तो कंपनियों के लिए और जोखिम बढ़ सकते हैं। उन्हें सावधान रहना होगा क्योंकि AI जैसी नई तकनीक का इस्तेमाल हैकर्स बुरे काम करने के लिए कर सकते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनियों को अपनी पहचान की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि हैकर्स अक्सर महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करने के लिए पहचान चुराने की कोशिश करते हैं। अपनी पहचान सुरक्षित करके कंपनियां अपने डेटा की बेहतर सुरक्षा कर सकती हैं और इसे हैकर्स से सुरक्षित रख सकती हैं।

Also read: AI पर बन रहे बुलबुले जैसे हालात, Nvidia बना हुआ है मुख्य होल्डिंग: क्रिस वुड

रिपोर्ट उन समस्याओं के बारे में भी चिंता जाहिर करती है जो किसी कंपनी के अंदर से हो सकती हैं, जैसे कि जब कर्मचारी धोखाधड़ी करते हैं या जब खराब सॉफ़्टवेयर कंपनी के प्रोग्राम में आ जाता है। ये चीजें बहुत परेशानी पैदा कर सकती हैं और कंपनी की जानकारी को कम सुरक्षित बना सकती हैं।

Also read: भारत और विकासशील देश WTO में कार्बन बॉर्डर टैक्स को देंगे चुनौती

सर्वे में कहा गया है कि यह सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है कि कर्मचारी केवल वही एक्सेस करें जो उनसे कहा गया है और कंपनी के महत्वपूर्ण प्रोग्राम अच्छी तरह से सुरक्षित रहें। वे कंपनी के बाहर के उन लोगों से सावधान रहने की भी बात करते हैं जिनकी महत्वपूर्ण चीजों तक पहुंच है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनियों को साइबर सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्हें जोखिमों को मैनेज करने की योजना बनानी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे किसी भी साइबर हमले से निपट सकें। इससे उन्हें लंबे समय तक मजबूत और सुरक्षित रहने में मदद मिलेगी।

First Published - June 16, 2023 | 9:52 PM IST

संबंधित पोस्ट