भारत अब अपनी ऊर्जा की जरूरतों के लिए अमेरिका की ओर देख रहा है। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को साफ किया कि भारत अमेरिका से ज्यादा तेल खरीदने के लिए तैयार है। उन्होंने यह बयान SIAM के अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में दिया।
पुरी ने कहा, “हमने अपने तेल सप्लायर्स की संख्या 27 से बढ़ाकर 39 कर दी है। अगर अमेरिका से और ज्यादा तेल आता है, तो हमें कोई आपत्ति नहीं।”
अमेरिकी तेल की तरफ उम्मीदें
पुरी ने बताया कि अमेरिकी ऊर्जा नीति में हो रहे बदलाव भारत के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। उन्होंने कहा, “अगर सवाल ये है कि भारत अमेरिका से ज्यादा ऊर्जा खरीदेगा या नहीं, तो जवाब है- हां।”
तेल के नए रास्ते खोज रहा है भारत
भारत अब अपने ऊर्जा स्रोतों को और ज्यादा विविध बना रहा है। पुरी ने बताया कि ब्राजील और अर्जेंटीना जैसे देशों के साथ नई साझेदारियों पर काम हो रहा है।
‘तेल की कमी नहीं, बाजार में बहार है’
पुरी ने ग्लोबल तेल बाजार पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, “दुनिया में तेल की कोई कमी नहीं है। अमेरिका, ब्राजील, गयाना, सूरीनाम और कनाडा जैसे देशों से भरपूर सप्लाई हो रही है।”
फ्लेक्स-फ्यूल गाड़ियों पर जोर
भारत में एथेनॉल को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए पुरी ने कहा कि देश ने 20% एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य समय से पहले हासिल कर लिया है। उन्होंने कहा, “हम 20% से ज्यादा एथेनॉल मिलाने पर काम कर रहे हैं। इसके लिए कृषि और उद्योगों को जोड़ना जरूरी है।”
अमेरिका के पेरिस जलवायु समझौते से हटने पर पुरी ने कुछ नहीं कहा, लेकिन ये जरूर बताया कि भारत साफ-सुथरी ऊर्जा और मोबिलिटी में नवाचार पर ध्यान दे रहा है।