facebookmetapixel
बिहार: PM मोदी ने पेश की सुशासन की तस्वीर, लालटेन के माध्यम से विपक्षी राजद पर कसा तंज80 ही क्यों, 180 साल क्यों न जीएं, अधिकांश समस्याएं हमारे कम मानव जीवनकाल के कारण: दीपिंदर गोयलभारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार की आवश्यकता पर दिया जोरपीयूष पांडे: वह महान प्रतिभा जिसके लिए विज्ञापन का मतलब था जादूभारत पश्चिम एशिया से कच्चा तेल खरीद बढ़ाएगा, इराक, सऊदी अरब और UAE से तेल मंगाकर होगी भरपाईBlackstone 6,196.51 करोड़ रुपये के निवेश से फेडरल बैंक में 9.99 फीसदी खरीदेगी हिस्सेदारीवित्त मंत्रालय 4 नवंबर को बुलाएगा उच्चस्तरीय बैठक, IIBX के माध्यम से सोने-चांदी में व्यापार बढ़ाने पर विचारOrkla India का IPO 29 अक्टूबर से खुलेगा, कीमत दायरा ₹695-730 प्रति शेयर और ₹1,667 करोड़ का OFSसोने में नौ सप्ताह की लगातार बढ़त टूटी, व्यापार तनाव में कमी के संकेतों के बीच कीमतों में गिरावटम्यूचुअल फंडों ने सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड्स में निवेश पर लगी पाबंदी हटाई

ई-नीलामी के लिए ‘बैंकनेट’ की शुरुआत

वित्तीय सेवा विभाग का नया कदम, संपत्तियों की पारदर्शी नीलामी से बैंकों की वसूली और निवेशकों का भरोसा बढ़ाने की पहल

Last Updated- January 03, 2025 | 10:39 PM IST
E-auction

वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सचिव एम नागराजू ने शुक्रवार को ई-नीलामी पोर्टल ‘बैंकनेट’ की शुरुआत की। यह पोर्टल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की वसूली प्रक्रिया में सहायता करेगा, ताकि बैंकों के बैलेंस सीट में सुधार होने के साथ कारोबारों और व्यक्तियों के लिए ऋण की उपलब्धता बढ़े।

वित्त मंत्रालय के बयान के मुताबिक इस प्लेटफॉर्म पर सभी सरकारी बैंकों की ई-नीलामी वाली संपत्तियों संबंधी सूचनाएं उपलब्ध होंगी। यह खरीदारों एवं निवेशकों को परिसंपत्तियों की एक जगह ही व्यापक श्रृंखला तलाशने का मंच मुहैया कराता है। नागराजू ने कहा, ‘इस प्लेटफॉर्म से संकट में फंसी संपत्तियों के मूल्य का अंदाजा हो सकेगा जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ने के साथ कुल मिलाकर आर्थिक माहौल बेहतर बनेगा। प्रौद्योगिकी के उपयोग से यह प्रक्रिया अधिक पारदर्शी, कुशल और सुलभ होगी।’

इस वेबसाइट पर सूचीबद्ध होने वाली संपत्तियों में आवासीय संपत्तियां, जैसे फ्लैट, स्वतंत्र मकान और खुले भूखंड, वाणिज्यिक संपत्तियां, औद्योगिक भूमि और भवन, दुकानें, वाहन, संयंत्र और मशीनरी, कृषि और गैर-कृषि भूमि शामिल हैं। इन सभी विवरणों को एक ही स्थान पर एकत्रित किया जाएगा जिससे ई-नीलामी वाली संपत्ति खोजने और उसमें भाग लेने की प्रक्रिया आसान होगी। इससे खरीदारों और निवेशकों के लिए बेहतरीन अवसरों की पहचान करना आसान होगा।

First Published - January 3, 2025 | 10:39 PM IST

संबंधित पोस्ट