वैश्विक महामारी के दौरान लॉकडाउन ने लोगों को कई नई चीजों से अवगत कराया। घर में पकाई जाने वाली खमीरी रोटी और डलगोना कॉफी कुछ ऐसे फैशन हैं जो आए और गायब हो गए। मगर दक्षिण कोरियाई पॉप संस्कृति हल्यू वेव लगातार अपनी लोकप्रियता बनाए हुए है। के-ड्रामा और के-म्यूजिक भारतीय प्रशंसकों को काफी आकर्षित कर रहे हैं। मगर अब कोरियाई खाद्य उत्पादों के स्वाद भी लोगों को तेजी से आकर्षित करने लगे। यही कारण है कि एफएमसीजी कंपनियां अब ग्राहकों को नए स्वाद परोसने के लिए रेमन नूडल्स से आगे बढ़कर तमाम उत्पादों की पेशकश करने लगी हैं।
दक्षिण कोरिया की एफएमसीजी कंपनी ओरियन ने इस साल के आरंभ में अपनी नई श्रृंखला- के स्नैक रिंग्स को बाजार में उतारा था। इसी साल मार्च में आईटीसी ने बिंगो चिप्स को भी एक नए कोरियाई स्वाद में उतारा था।
आईटीसी फूड्स के उपाध्यक्ष एवं विपणन प्रमुख (स्नैक्स, नूडल्स एवं पास्ता) सुरेश चंद ने कहा, ‘ भारत में कोरियाई संस्कृति काफी पैठ बना चुकी है। ऐसा खास तौर पर जेनेरेशन जेड के लोगों के बीच दिख रहा है। हमने महसूस किया कि हमारे ग्राहक स्नैकिंग में कोरियाई स्वाद का अनुभव चाहते हैं। हमने उनकी इसी मांग को पूरा करने के लिए भारतीय बाजार में मसालेदार व चटपटे कोरियाई शैली के चिप्स उतारे हैं।’
उपभोक्ता अनुसंधान फर्म एनआईक्यू के आंकड़ों के अनुसार, पिछले छह महीनों के दौरान कोरियाई चिप्स की बिक्री 19.7 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है। एनआईक्यू इंडिया के प्रमुख (ग्राहक संतुष्टि) रूजवेल्ट डिसूजा ने कहा, ‘यह इस स्वाद के प्रति ग्राहकों के बढ़ते आकर्षण का संकेत है।’
दिल्ली-एनसीआर और चंडीगढ़ में प्रीमियम सुपरमार्केट श्रृंखला मॉडर्न बाजार में कोरियाई स्वाद वाले चिप्स की बिक्री में क्रमिक आधार पर 5 से 10 फीसदी की वृद्धि हुई है।
मॉडर्न बाजार के प्रमुख (खरीद) कमल राणा ने कहा, ‘वास्तव में ग्राहक इन उत्पादों का आनंद ले रहे हैं और ये कंपनियां ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ दिख रही हैं। हमने ओरियन चिप्स की खरीद को फरवरी में 50 केस से बढ़ाकर अब 300 केस कर दिया है। इस बीच, आईटीसी बिंगो के कोरियाई फ्लेवर्ड चिप्स ने भी लॉन्च होने के बाद 2 से 3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है।’
इस सुपरमार्केट श्रृंखला में कोरियाई नूडल्स की बिक्री में भी 20 से 25 फीसदी की वृद्धि की गई है। पिछले साल नेस्ले इंडिया, एचयूएल और निसिन सहित प्रमुख एफएमसीजी कंपनियों ने कोरियाई नूडल्स को बाजार में उतारा था ताकि लगातार बढ़ रही इसकी मांग को पूरा किया जा सके।
एनआईक्यू के डिसूजा ने कहा, ‘कोरियाई नूडल्स बाजार तेजी से ग्राहकों का ध्यान आकर्षित कर रहा है। मूल्य के लिहाज से इसकी बिक्री में चार गुना वृद्धि दर्ज की गई है और वह मई 2024 में 94.5 करोड़ रुपये हो चुकी है जो मई 2023 में 23.5 करोड़ रुपये थी।’
ऐसा नहीं है कि केवल एफएमसीजी कंपनियां ही इस ओर आकर्षित हो रही हैं, बल्कि रेस्तरां एवं क्यूएसआर श्रृंखला भी कोरियाई उत्पादों की बढ़ती लोकप्रियता का फायदा उठा रहे हैं। सोशल ने एक महीने तक चलने वाले कोरिया उत्सव के लिए कोरिया के दूतावास के साथ करार किया है।
सोशल श्रृंखला के तहत रेस्तरां का संचालन करने वाली कंपनी इम्प्रेसारियो एंटरटेनमेंट ऐंड हॉस्पिटैलिटी के प्रबंध निदेशक रियाज अमलानी ने कहा, ‘कोरिया की जीवंत संस्कृति ने भोजन एवं संगीत पर अपने वैश्विक प्रभाव के साथ भारत और दुनिया भर में लोगों को आकर्षित किया है। हम कोरिया उत्सव के साथ एक सांस्कृतिक संगम की शुरुआत कर रहे हैं, जहां कोरिया के स्वाद सोशल के समुदाय केंद्रित माहौल से उपलब्ध हैं। यह महज एक उत्सव ही नहीं है बल्कि मेहमानों के लिए समृद्ध कोरियाई परंपराओं और पाक कला की उत्कृष्टता का आनंद लेने का एक अनूठा अनुभव भी है।’
उत्सव की शुरुआत के बाद 13 दिनों में इस श्रृंखला ने खास तौर पर तैयार मेन्यू से 24,000 से अधिक उत्पादों की बिक्री की है। इस उत्सव से 92 लाख रुपये की आमदनी हो चुकी है।
अमलानी ने कहा, ‘हमने पिछले महीने के मुकाबले ग्राहकों की संख्या में 12 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।’ क्विक सर्विस रेस्टोरेंट श्रृंखला केएफसी ने भी कुछ समय के लिए के-पॉप कोरियन चिकन पॉपकॉर्न लॉन्च किया है जो बेंगलूरु और मुंबई में उपलब्ध है।