कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय हाल में घोषित पांच राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों (सीओई) को मौजूदा राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (एनएसटीआई) में स्थापित करने पर विचार कर रहा है। यह जानकारी सूत्रों ने दी। सूत्रों ने बताया, ‘एनएसटीई को ही विशेषीकृत सीओई में उन्नत करने की रणनीति पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। उन्हें आधुनिक आधारभूत ढांचे, उन्नत प्रशिक्षण साधनों और वैश्विक मानदंडों के अनुकूल पाठ्यक्रम से सुसज्जित करना होगा।
मुख्य ध्यान उद्योग सहयोग को एकीकृत करने के साथ-साथ प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए एक संरचित ढांचे के विकास पर है। इसमें सतत शिक्षण कार्यक्रम, प्रमाणन और कुशल प्रशिक्षकों को आकर्षित करने और बनाए रखने के लिए प्रोत्साहन शामिल हैं।’ सीओई का जोर विशेषतौर पर विनिर्माण क्षेत्र के लिए कुशल श्रम बल तैयार करने पर भी है।
इसके लिए मौजूदा पाठ्यक्रमों को उन्नत किया जा सकता है और हरेक एनएसटीआई में विभिन्न चरणों में प्रवेश और बाहर निकलने के विकल्प के साथ नए पाठ्यक्रम शुरू किए जा सकते हैं। सीओई को उच्चतर राष्ट्रीय कौशल योग्यता रूपरेखा के स्तर (स्तर 5 से स्तर 8) के उन पाठ्यक्रमों का संचालन करने का अधिकार दिया जाएगा जिनका कौशल पारिस्थितिकीतंत्र में पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं है।
सूत्र ने बताया, ‘पाठ्यक्रमों के विकास, प्रमाणन और कुशल श्रमिकों की अंतरराष्ट्रीय आवाजाही के लिए तकनीकी विशेषज्ञता हासिल करने के लिए उन्नत वोकेशनल प्रणाली वाले देशों के साथ साझेदारी के अवसर भी तलाशे जाएंगे।’