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वाहनों की स्क्रैपिंग पर मौजूदा छूट ग्राहकों को नहीं लुभा रही, विशेषज्ञों ने प्रोत्साहन बढ़ाने की सलाह दी

वाणिज्यिक और यात्री वाहन विनिर्माताओं ने हाल ही में नए वाहन खरीदने पर एक्स-शोरूम कीमत पर 1.5 प्रतिशत से 3.5 प्रतिशत तक की छूट शुरू की है।

Last Updated- September 03, 2024 | 9:54 PM IST
Change in vehicle scrapping policy possible, pollution level can become the yardstick for scrapping: Anurag Jain वाहन स्क्रैपिंग नीति में बदलाव संभव, प्रदूषण का स्तर बन सकता है स्क्रैपिंग का पैमाना: अनुराग जैन

वाहनों की स्क्रैपिंग के लिए वाहन विनिर्माताओं द्वारा हाल ही में दी गई छूट शायद ग्राहकों को लुभाने के लिए काफी न हो। वाहन क्षेत्र के विशेषज्ञों का तर्क है कि उपभोक्ताओं को अपने मौजूदा वाहन चलाते रहने या उन्हें किसी तीसरे पक्ष को बेचने से ज्यादा दाम मिल सकता है, जिससे स्क्रैपिंग का विकल्प कम आकर्षक बन जाएगा।

वाणिज्यिक और यात्री वाहन विनिर्माताओं ने हाल ही में नए वाहन खरीदने पर एक्स-शोरूम कीमत पर 1.5 प्रतिशत से 3.5 प्रतिशत तक की छूट शुरू की है। अगर ग्राहक पुराने वाहन का स्क्रैप करते हैं, तो उन्हें यह छूट मिलेगी। इस क्षेत्र के विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रोत्साहन को लगभग 10 प्रतिशत तक बढ़ाने से व्यावहारिक रूप मेंअधिक सार्थक बदलाव आएगा।

एसऐंडपी ग्लोबल मोबिलिटी के निदेशक पुनीत गुप्ता ने कहा ‘मौजूदा प्रोत्साहन उपभोक्ताओं को अपनी कारों को बेचने या उनका इस्तेमाल जारी रखने के बजाय स्क्रैपिंग का विकल्प चुनने के लिए पर्याप्त नहीं है।’

गुप्ता ने इस बात पर प्रकाश डाला कि बहुत से लोग अपने पुराने वाहनों को मुख्य रूप से इसलिए रखते हैं क्योंकि उनके पास नई खरीदारी के लिए पैसा कम होता है। उन्होंने बताया कि अगर इस प्रोत्साहन को 10 प्रतिशत तक बढ़ा दिया जाए, जैसा कि चीन में देखा गया है, तो यह उपभोक्ता व्यवहार को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है।

मारुति सुजूकी, टाटा मोटर्स और ह्युंडै मोटर समेत देश की प्रमुख कार विनिर्माताओं को इस तरह की छूट के साथ बेचे गए वाहनों की कुल संख्या के बारे में भेजे गए सवाल के संबंध में खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं मिला। 1 अगस्त, 2022 से 45,000 से कम निजी वाहनों को स्क्रैप किया गया है, जो इस कार्यक्रम की धीमी रफ्तार को दर्शाता है।

First Published - September 3, 2024 | 9:53 PM IST

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