माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स का कहना है कि आने वाले 10 सालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की वजह से लोगों को हफ्ते में सिर्फ 2 या 3 दिन ही काम करना पड़ेगा। गेट्स ने यह बात द टुनाइट शो स्टारिंग जिमी फॉलन में कही। उन्होंने बताया कि AI के कारण कई काम आसान हो जाएंगे और डॉक्टर की सलाह या एजुकेशन जैसी सेवाएं भी बेहतर होंगी। उन्होंने कहा, “भविष्य में नौकरियां कैसी होंगी? क्या हमें सिर्फ 2-3 दिन ही काम करना चाहिए?” उन्होंने यह भी कहा कि AI बहुत सारे काम खुद कर लेगा, जिससे इंसानों की जरूरत कम हो जाएगी।
पहले भी कह चुके हैं ऐसा
यह पहली बार नहीं है जब गेट्स ने यह बात कही हो। 2023 में भी उन्होंने कहा था कि AI की वजह से लोग हफ्ते में सिर्फ 3 दिन काम कर सकते हैं। लेकिन उन्होंने यह भी माना कि हर नौकरी AI से प्रभावित नहीं होगी।
भारत में ज्यादा काम करने का चलन
गेट्स की यह बात भारत के काम करने के तरीकों से अलग है। भारत में कई बिजनेस लीडर ज्यादा काम करने को जरूरी मानते हैं। इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति और लार्सन एंड टुब्रो के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन का कहना है कि देश की तरक्की के लिए लोगों को ज्यादा घंटे काम करना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के अनुसार, भारत दुनिया के सबसे ज्यादा काम करने वाले देशों में से एक है। यहां 51% कर्मचारी हर हफ्ते 49 घंटे से ज्यादा काम करते हैं।
क्या भारत में यह मुमकिन है?
AI के आने से कई देशों में काम के घंटे कम हो सकते हैं, लेकिन भारत में ऐसा जल्दी नहीं होगा। यहां के हालात, जनसंख्या और लोगों की स्किल्स पर यह बदलाव निर्भर करेगा। लेकिन आने वाले समय में AI जरूर काम करने के तरीके को बदल सकता है।