Industries in Bangladesh: बांग्लादेश में अच्छा खासा निवेश करने वाली डाबर, अदाणी पावर, मैरिको, हीरो मोटोकॉर्प और टीवीएस मोटर्स सहित भारत की कुछ बड़ी कंपनियां वहां अपने कारोबार का जायजा ले रही हैं। बांग्लादेश में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन की तपिश इन कंपनियों को भी झेलनी पड़ रही है और इसका असर उनके शेयरों पर भी दिखा है।
मैरिको के अंतरराष्ट्रीय कारोबार पोर्टफोलियो से निवेशक इतने चिंतित हो गए कि कंपनी का शेयर आज 6.5 फीसदी गिरावट के साथ 628 रुपये पर बंद हुआ। मगर मैरिको ने इस मसले पर कोई टिप्पणी नहीं की।
डाबर के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी बांग्लादेश के घटनाक्रम पर नजर रख रही है। कंपनी की कुल आय में बांग्लादेश के कारोबार की हिस्सेदारी 1 फीसदी से भी कम है और कुल मुनाफे में इसका योगदान 0.5 फीसदी भी नहीं है।
अदाणी पावर झारखंड के गोड्डा संयंत्र से बांग्लादेश को 1,495 मेगावाट बिजली देती है। कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘बांग्लादेश की बिजली वितरण कंपनी बीपीडीबी ने बिजली की अपनी जरूरत पूरी करने के लिए अदाणी पावर के साथ बिजली खरीद का करार किया है। यह सामान्य कारोबारी व्यवस्था है और अदाणी पावर समझौते कि हिसाब से बीपीडीबी को बिना रुकावट बिजली दे रही है।’
अदाणी पावर की सालाना रिपोर्ट के अनुसार बीपीडीबी को बिजली देने पर मिलने वाली रकम को बांग्लादेश सरकार की गारंटी हासिल है, इसलिए भुगतान होना तय है। हीरो मोटोकॉर्प और टीवीएस मोटर्स का बांग्लादेश में स्थानीय साझेदारों के साथ असेंबली कारखाना है। भारत की दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल भी वहां सेवाएं प्रदान करती है। वहां की दूरसंचार कंपनी रॉबी एक्सियाटा में उसकी 28 फीसदी हिस्सेदारी है।
निर्यातकों का कहना है कि पड़ोसी देश में राजनीतिक अनिश्चितता से स्थिति और खराब हो सकती है तथा इंजीनियरिंग निर्यात पर असर पड़ सकता है।
ईईपीसी इंडिया के चेयरमैन अरुण कुमार गारोड़िया ने कहा, ‘बांग्लादेश का राजनीतिक घटनाक्रम भारतीय इंजीनियरिंग निर्यातकों के लिए चिंता का बड़ा सबब है। बांग्लादेश भारतीय इंजीनियरिंग उत्पादों का प्रमुख आयातक है और दक्षिण एशिया में यह हमारा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। हमारे व्यापारिक संबंधों को बनाए रखने और बढ़ाने के लिए जरूरी है कि बांग्लादेश में स्थिरता बनी रहे।’