ऐक्सेंचर के हाल में किए गए अध्ययन में कहा गया है कि भारत के करीब 89 फीसदी उपभोक्ता मीडिया और गैर-मीडिया दोनों श्रेणियों में अपनी सभी डिजिटल सेवाओं तक पहुंचने के लिए एक ही ऐप का उपयोग करना पसंद करेंगे।
मंगलवार को जारी मीडिया थ्राइव इंडेक्स रिपोर्ट में कहा गया है, ‘लाइफस्टाइल बंडल (एक ही ऐप के जरिये विभिन्न सेवाएं) में साझेदारी पुरानी कंपनियों के लिए एक महत्त्वपूर्ण रणनीति साबित हो सकती है। इसके तहत ग्राहकों को आकर्षित करते हुए उन्हें बरकरार भी रखा जा सकता है।’
रिपोर्ट में इन लाइफस्टाइल समूहों के जरिये साल 2030 तक उपभोक्ता खर्च 3.5 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद जताई गई है।
इससे एमेजॉन, वॉलमार्ट, ऐपल जैसी वैश्विक कंपनियों को अच्छा मौका मिल सकता है, जो पहले से ही एक ऐप के जरिये स्ट्रीमिंग, ट्रैवल, गेमिंग, स्टोरेज, शॉपिंग आदि सहित कई सेवाएं प्रदान करती हैं। भारत में टाटा समूह भी अपने सुपर ऐप न्यू के माध्यम से कुछ इसी तरह का प्रयास कर रहा है, जबकि रिलांयस जियो ब्रांड के तहत कई सेवाओं को एक ही ऐप पर लाने का प्रयोग कर रही है।
सर्वेक्षण में भारत के 500 लोगों सहित 10 देशों के 6,000 उपभोक्ताओं से उनके मीडिया उपभोग व्यवहार के बारे में पूछा गया था।