इंडिगो अपने सबसे कम लागत ढांचे और व्यापक नेटवर्क के साथ किसी भी प्रतिस्पर्धा का सामना करने के लिए तैयार है। विमानन कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी रणजय दत्ता ने आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि इंडिगो के पास ऐसी कोई अधिग्रहण योजना नहीं है जो उसके कारोबारी मॉडल को प्रभावित करे और प्रबंधन का ध्यान भटकाए।
दत्ता ने विमानन कंपनी की वार्षिक आम बैठक के दौरान शेयरधारकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में यह बात कही। शेयरधारकों ने राकेश झुनझुनवाला के निवेश वाली प्रस्तावित विमानन कंपनी आकाश से संभावित प्रतिस्पर्धा और जेट एयरवेज जैसी विमानन कंपनियों के अधिग्रहण संबंधी योजना के बारे में उनसे सवाल पूछे थे।
दत्ता ने कहा कि इंडिगो कम लागत ढांचे, व्यापक नेटवर्क और अपनी अन्य उड़ानों की मदद से यातायात को समायोजित करने वाली एक अनोखी कंपनी है जिसकी बाजार में अच्छी स्थिति है। उन्होंने कहा, ‘सेवा के मामले में भी हम विश्वस्तरीय हैं। इंडिगो को हराने के लिए तगड़ी प्रतिस्पर्धा होगी।’
इंडिगो सबसे बड़ी घरेलू विमानन कंपनी है जिसकी बाजार हिस्सेदारी 58 फीसदी से अधिक है। जून के अंत तक इसके बेड़े में 277 विमान शामिल थे। वित्त वर्ष 2021 में विमानन कंपनी ने 5,806 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था जबकि वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में उसे 3,174 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। कोविड-19 वैश्विक महामारी की दोनों लहरों से उसका कारोबार काफी प्रभावित हुआ है।