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वेतन बढ़ाना मुश्किल व पेचीदा मुद्दा है: इंडिगो

Last Updated- December 11, 2022 | 8:05 PM IST

प्रमुख विमानन कंपनी इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रणजय दत्ता ने शुक्रवार को कहा कि वेतन बढ़ोत्तरी एक मुश्किल और पेचीदा मसला है, लेकिन कंपनी अपनी लाभप्रदता और प्रतिस्पर्धी माहौल के आधार पर लगातार वेतन की समीक्षा और समायोजन करेगी।
इंडिगो ने वेतन में कटौती के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन करने की योजना बना रहे कुछ पायलटों को सोमवार को निलंबित कर दिया था। वेतन में ये कटौती कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान की गई थी। शुक्रवार को कर्मचारियों के लिए जारी बयान में दत्ता ने कहा कि वेतन का मुद्दा हर किसी के दिमाग में है। उन्होंने कहा, यह मुश्किल और पेचीदा मुद्दा है लेकिन मुझे लगता है कि प्रतिस्पर्धी उद्योगों में वेतन की संरचना, कंपनी के लाभ को ध्यान में रखना, महंगाई के माहौल में आजीविका लायक पैसा कमाने की कोशिश कर रहे कर्मचारियों से सहानुभूति रखना और इन सबसे ऊपर इस कंपनी की सफलता के लिए हर दिन कर्मचारियों के योगदान पर विचार करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इन सभी कारकों के बीच सही संतुलन बनाना आसान काम नहीं है लेकिन अच्छी खबर यह है कि एअरलाइन प्रतिस्पर्धी माहौल और लाभकारिता को ध्यान में रखते हुए लगातार वेतन की समीक्षा और समायोजन करेगी।
दत्ता ने कहा कि विमानन उद्योग आसमान छूती तेल की कीमतों से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से पहले जनवरी 2020 में तेल की कीमत प्रति बैरल 65 डॉलर थी, लेकिन 7 अप्रैल को यह प्रति बैरल 112 डॉलर थी यानी इसमें 72 फीसदी की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, आम धारणा है कि हम ग्राहक से अधिक शुल्क लेकर ईंधन की ऊंची कीमतों को वहन कर सकते हैं। हालांकि, सच्चाई यह है कि हम किराया बढ़ाते हैं तो कम लोग यात्रा करते हैं इसलिए कुछ हद के बाद टिकट के दाम बढ़ाने से असल में राजस्व में गिरावट आने लगती है।
विमानन कंपनी के सीईओ ने कहा कि ऊंची कीमतों और टिकट के ऊंचे दाम के बीच संतुलन बनाने के लिए एअरलाइन को बहुत सावधानीपूर्वक प्रबंधन करना पड़ रहा है।

First Published - April 8, 2022 | 11:32 PM IST

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