ओला के संस्थापक भवीश अग्रवाल ने भारत में स्वतंत्र आर्टिफिशल इंटेलिजेंस स्टैक तैयार करने की वकालत की है क्योंकि दुनिया की अन्य बड़ी कंपनियां नई प्रौद्योगिकियों, अनुसंधान, इन्फ्रास्ट्रक्चर और प्रतिभा में निवेश में तेजी ला रही है।
एक ब्लॉग पोस्ट में कैब एग्रीगेटर और इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) विनिर्माता ने AI प्रौद्योगिकियों में तेजी पर जोर डाला और कहा है कि वह कैसे मौजूदा नौकरी बाजार को प्रभावित कर सकती है और कई मौजूदा भूमिकाओं को नई भूमिकाओं से बदल देगी।
अग्रवाल ने जरूरी डेटासेट तैयार करने के लिए भारत के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे (डीपीआई) के उपयोग को तेज करने की भी जरूरत बताया है। उन्होंने कहा, ‘हम दुनिया की सबसे बड़ी ओपन सोर्स आर्टिफिशल इंटेलिजेंस को मजबूती से स्थापित करने के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई), भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीAI), ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) जैसी डीपीआई तैयार कर सकते हैं।’