एआईएक्स कनेक्ट को छोड़कर अधिकतर भारतीय विमानन कंपनियों ने अगस्त में अपने औसत ऑन टाइम प्रदर्शन (ओटीपी) में मामूली वृद्धि दर्ज की। फिर भी समय के साथ चलना अभी भी इनके लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। अधिकतर विमानन कंपनियां अभी भी अपनी 70 फीसदी उड़ानों को समय पर उतारने के लिए जूझ रही हैं।
नागर विमानन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक सिर्फ अकासा एयर का ओटीपी 70 फीसदी से अधिक रहा है। भारत की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो का रोज का औसत ओटीपी अगस्त में 67.78 फीसदी था। टाटा समूह की एयर इंडिया का औसत ओटीपी पिछले महीने सिर्फ 68.05 फीसदी रहा। बिज़नेस स्टैंडर्ड ने भी इन आंकड़ों का विश्लेषण किया है।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक बड़े आर्थिक संकटों का सामना कर रही स्पाइसजेट की रोज का औसत ओटीपी 49.85 फीसदी था और यह कंपनी सूची में सबसे निचले पायदान पर रही।