facebookmetapixel
Bihar Election 2025: बिहार में दूसरे चरण में रिकॉर्ड 67.14% मतदान, सीमांचल में हुईं भारी वोटिंगPhysicsWallah IPO: फिजिक्सवाला के आईपीओ को पहले दिन 7% सब्सक्रिप्शन, रिटेल इनवेस्टर्स से मिला तगड़ा रिस्पॉन्सStock Market: सेंसेक्स-निफ्टी में जोरदार उछाल! अमेरिका-भारत डील से बाजार में जोश7.6% ब्याज दर पर कार लोन! जानिए कौन सा बैंक दे रहा है सबसे सस्ता ऑफरLenskart IPO Listing: अब क्या करें निवेशक? Buy, Sell या Hold?बैंक खाली हो रहे हैं! कहां जा रहा है पैसा?Torrent Power Q2 results: मुनाफा 50% बढ़कर ₹741.55 करोड़, रिन्यूएबल एनर्जी से रेवन्यू बढ़ाFY26 में नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 7% बढ़कर ₹12.92 लाख करोड़ पर पहुंचा, रिफंड में सुस्ती का मिला फायदाDelhi Red Fort Blast: लाल किला धमाके से पुरानी दिल्ली के बाजारों में सन्नाटा, कारोबार ठपअक्टूबर में SIP निवेश ₹29,529 करोड़ के ऑलटाइम हाई पर, क्या है एक्सपर्ट का नजरिया

हल्के वाहनों की बिक्री में भारत प्रतिस्पर्धियों से आगे

Vehicle sales: अमेरिका, जापान, जर्मनी, फ्रांस, इटली और दक्षिण कोरिया जैसे अन्य वैश्विक बाजार अब भी पीछे हैं और वै​श्विक महामारी से पहले वाले स्तर पर बने हुए हैं।

Last Updated- February 18, 2024 | 11:54 PM IST
Belrise eyes four-wheeler, CV push ahead of ₹2,150-cr IPO on May 21

कैलेंडर वर्ष 19 के महामारी से पहले के स्तर की तुलना में कैलेंडर वर्ष 23 के दौरान भारत में हल्के वाहनों की बिक्री में 35 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जो दुनिया के शीर्ष 10 बाजारों के सबसे तेज सुधार में से एक है। एसऐंडपी ग्लोबल मोबिलिटी के शोध में यह जानकारी मिली है। यह शोध एजेंसी विश्व स्तर पर ‘हल्के वाहनों’ की अपनी परिभाषा में यात्री वाहनों और हल्के वाणिज्यिक वाहनों को शामिल करती है। 

अमेरिका, जापान, जर्मनी, फ्रांस, इटली और दक्षिण कोरिया जैसे अन्य वैश्विक बाजार अब भी पीछे हैं और वै​श्विक महामारी से पहले वाले स्तर पर बने हुए हैं। केवल चीन ही सकारात्मक क्षेत्र में है, जो साल 2019 के महामारी वाले स्तर की तुलना में साल 2023 में 2.6 प्रतिशत बढ़ा है। 

एसऐंडपी ग्लोबल मोबिलिटी का यह भी अनुमान है कि अगले दशक में भारत वैश्विक वाहन वृद्धि के प्रदर्शन को आगे बढ़ाएगा। जहां जापान, जर्मनी और अमेरिका में कैलेंडर वर्ष 35 तक नए वाहनों की बिक्री में कमी होगी, वहीं भारत कैलेंडर वर्ष 24 के 49 लाख वाहन (अनुमानित) और कैलेंडर वर्ष 25 के 51 लाख वाहन से बढ़कर कैलेंडर वर्ष 35 तक 82 लाख के स्तर तक पहुंच जाएगा।

एसऐंडपी ग्लोबल मोबिलिटी का कहना है कि परिणामस्वरूप वैश्विक स्तर पर हल्के वाहन बाजार में भारत की हिस्सेदारी ​कैलेंडर वर्ष 23 के 5.5 प्रतिशत से बढ़कर कैलेंडर वर्ष 35 में 8 प्रतिशत हो जाएगी। शोध के अनुसार साल 2010 में भारत की हिस्सेदारी केवल 3.80 प्रतिशत थी।

इसके विपरीत अमेरिका में हल्के वाहनों की बिक्री की वृद्धि कैलेंडर वर्ष 25 के 1.65 करोड़ से घटकर कैलेंडर वर्ष 35 में 1.6 करोड़ रहने का अनुमान है।

First Published - February 18, 2024 | 11:35 PM IST

संबंधित पोस्ट