पर्यटन उद्योग के अधिकारियों को इस बात का डर सता रहा है कि कोविड-19 वायरस के नए स्वरूप का प्रसार होने से पर्यटन क्षेत्र में जारी सुधार फिर से बाधित हो सकता है। देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी, मेकमाईट्रिप का कहना है कि अभी विदेशी दौरे की बुकिंग पर वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप पर असर का मूल्यांकन करना थोड़ी जल्दबाजी होगी। पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों को इस बात की चिंता जता रही है कि विभिन्न देशों में यात्रा प्रतिबंधों में सख्ती बढऩे से यात्रा योजनाएं रद्द हो सकती हैं।
मेकमाईट्रिप के सह संस्थापक और समूह मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राजेश मोगे कहते हैं, ‘विदेशी यात्रा पर कोविड-19 वायरस के नए स्वरूप का मूल्यांकन करना अभी जल्दबाजी होगी। विभिन्न देशों द्वारा अतिरिक्त नियम पहले से ही तय किए गए हैं ताकि भारत के विभिन्न स्वरूपों को रोकने में मदद मिले। हमें इसके असर का अंदाजा आने वाले दिनों और हफ्ते में मिलेगा।’
भारत के टीके और टीका प्रमाणपत्र को व्यापक मान्यता मिलने की वजह से विदेशी यात्रा की मांग में काफी संभावनाएं दिखी हैं। सिंगापुर और थाईलैंड जैसे लोकप्रिय स्थानों पर भी भारतीय पर्यटकों के लिए दरवाजे खुल गए हैं। लेकिन दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 वायरस के ओमीक्रॉन स्वरूप की पहचान से उड़ानों पर प्रतिबंध लगने से पर्यटन उद्योग प्रभावित हुआ है। यूरोपीय देशों में भी कोविड-19 से बचाव के लिए सख्त उपाय किए जा रहे हैं। इजरायल ने रविवार मध्यरात्रि से ही 14 दिनों के लिए सभी विदेशियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सभी राज्य सरकारों को महामारी जोखिम वाले देशों से आने वाले सभी यात्रियों की जांच के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी कराने का निर्देश दिया है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बहाल करने का फैसला भी वैश्विक हालात की समीक्षा करने के बाद ही लिया गया। आउटबाउंड टूर ऑफरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष, ‘यूरोप से ही बुकिंग पर जरूर असर होगा। श्रीलंका, मालदीव, दुबई और तुर्की के ग्राहक भी पूछताछ कर रहे हैं लेकिन ले लोग ज्यादा सतर्क हैं और वे रद्द करने की प्रक्रिया को लेकर ज्यादा स्पष्टता भी देख रहे हैं।’
ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष ज्योति मायल कहते हैं, ‘फिलहाल हम ज्यादा टिकट कैंसिल होते हुए नहीं देख रहे हैं और अगर हालात गंभीर होते हैं तब निश्चित रूप से कोई भी अपनी जिंदगी को खतरे में नहीं डालेगा।’
