हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने गुरुवार को कहा कि उसके निदेशक मंडल ने यूनिलीवर समूह के साथ रॉयल्टी और केंद्रीय सेवा व्यवस्था में बढ़ोतरी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
यूनिलीवर समूह को यह भुगतान प्रौद्योगिकी, ट्रेडमार्क लाइसेंस और सेवाओं के लिए किया जाता है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि नयी व्यवस्था के तहत रॉयल्टी और केंद्रीय सेवाओं के शुल्क को तीन साल में 2.65 प्रतिशत से बढ़ाकर 3.45 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है।
एचयूएल ने साथ ही कहा कि यह फैसला नियामकीय मंजूरियों के अधीन है। कंपनी ने कहा, ‘‘नयी व्यवस्था में तीन साल की अवधि के लिए भुगतान को कुल कारोबार का 0.8 प्रतिशत बढ़ाकर 2.65 प्रतिशत से 3.45 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है।’’
कंपनी ने आगे कहा, ‘‘फरवरी से दिसंबर, 2023 के लिए प्रभावी लागत में 0.45 प्रतिशत की वृद्धि होगी। जनवरी से दिसंबर, 2024 के लिए प्रभावी लागत में 0.25 प्रतिशत की और वृद्धि होगी। इसके बाद जनवरी 2025 से प्रभावी लागत में 0.10 प्रतिशत की वृद्धि होगी।’’
यूनिलीवर समूह के साथ मौजूदा प्रौद्योगिकी, ट्रेडमार्क लाइसेंस और केंद्रीय सेवा समझौता जनवरी, 2013 में 10 साल के लिए किया गया था।