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Hindustan Zinc Q4FY24 Results: जस्ते की कम कीमत से हिंदुस्तान जिंक के लाभ पर चोट

Hindustan Zinc Q4FY24 Results: वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ 22 फीसदी घटा

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अमृता पिल्लई   
Last Updated- April 19, 2024 | 10:45 PM IST

Hindustan Zinc Q4FY24 Results: जस्ते व सीसे का उत्पादन करने वाली हिंदुस्तान जिंक का मार्च 2024 में समाप्त तिमाही में शुद्ध लाभ एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 22 फीसदी घट गया। लंदन मेटल एक्सचेंज पर जस्ते की कम कीमत से कंपनी का मुनाफा प्रभावित हुआ।

अपने कारोबारों को अलग-अलग इकाइयों में बांटने के कंपनी के प्रस्ताव पर प्रबंधन ने कहा कि यह सरकार की तरफ से मौजूदा तिमाही (जून 2024) में अपने ओएफएस पर आगे बढ़ने के सरकार के फैसले पर टिका है।

तिमाही के दौरान कंपनी का कर पश्चात लाभ एक साल पहले की समान अवधि के 2,583 करोड़ रुपये के मुकाबले घटकर 2,038 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी की शुद्ध बिक्री इस अवधि में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 12 फीसदी घटकर 7,285 करोड़ रुपये रह गई।

कंपनी के सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा, लागत में कमी से हमें मुनाफे में कमी को थामने में मदद मिली क्योंकि लंदन स्टॉक एक्सचेंज ने काफी असर डाला है। वित्त वर्ष 24 में कंपनी की उत्पादन लागत पिछले तीन साल में सबसे कम यानी 1.117 डॉलर प्रति टन। क्रमिक आधार पर कंपनी का कर पश्चात लाभ 0.5 फीसदी पर स्थिर रहा और शुद्ध बिक्री 3 फीसदी बढ़ी।

सितंबर में कंपनी के निदेशक मंडल ने निदेशकों की एक समिति को जस्ता व सीसा, चांदी और रीसाइक्लिंग बिजनेस को अलग-अलग करने के विकल्प आदि का आकलन करने के लिए अधिकृत किया था। कंपनी के अधिकारियों ने तब अनुमान लगाया था कि इस कदम से सरकार को विनिवेश में मदद मिलेगी।

शुक्रवार को सीईओ मिश्रा ने कहा, हमें उम्मीद है कि सरकार मौजूदा तिमाही में ओएफएस लाएगी। यह पूछे जाने पर कि ओएफएस की अनुपस्थिति में कारोबार अलग करने के प्रस्ताव का क्या हुआ, मिश्रा ने कहा कि यह मौका गंवाने जैसा होगा क्योंकि धातु की कीमतें अभी सुनहरा मौका दे रही है। वित्त वर्ष 25 में कंपनी की योजना 27 से 32.5 करोड़ डॉलर के पूंजीगत खर्च की है, जिसके बारे में कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि इसकी आंशिक फंडिंग कर्ज से हो सकती है।

कंपनी को उम्मीद है कि खनन वाली धातु व रिफाइंड धातु का उत्पादन वित्त वर्ष 25 में इससे एक साल पहले के मुकाबले ज्यादा होगा, जिसकी वजह पिछले साल चालू हुई सभी अहम परियोजनाएं और क्षमता का बेहतर इस्तेमाल है। वित्त वर्ष 24 में रिफाइंड धातु का उत्पादन (चांदी) 746 टन रहा, जो 5 फीसदी ज्यादा रहा। यह उत्पादन कंपनी का अब तक का सर्वोच्च उत्पादन है और कंपनी को चांदी के मामले में तीसरा सबसे बड़ा वैश्विक उत्पादक बनाता है। रिफाइंड जस्ते व सीसे का उत्पादन 1,033 किलो टन रहा।

First Published : April 19, 2024 | 10:45 PM IST