भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक HDFC Bank ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के नतीजे घोषित किए हैं। बैंक ने इस दौरान 17,616 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया, जो पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 6.7 प्रतिशत अधिक है। यह आंकड़ा बाजार विश्लेषकों के अनुमान से भी बेहतर रहा, जिन्होंने 17,072 करोड़ रुपये के मुनाफे की उम्मीद जताई थी। पिछली तिमाही के मुकाबले मुनाफे में 5.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
HDFC Bank के इन नतीजों ने निवेशकों और विश्लेषकों का ध्यान खींचा है, क्योंकि बैंक ने चुनौतीपूर्ण आर्थिक माहौल में भी मजबूत प्रदर्शन किया है।
HDFC Bank के बोर्ड ने शेयरधारकों के लिए 22 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड की सिफारिश की है, जिसका रिकॉर्ड डेट 27 जून 2025 है। नतीजों की घोषणा से पहले गुरुवार को बैंक के शेयर NSE पर 1.48 प्रतिशत चढ़कर 1,905.8 रुपये पर बंद हुए।
बैंक का सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) अनुपात 31 मार्च 2025 को घटकर 1.33 प्रतिशत हो गया, जो दिसंबर 2024 में 1.42 प्रतिशत था। हालांकि, पिछले साल मार्च में यह 1.24 प्रतिशत था, यानी सालाना आधार पर इसमें थोड़ी वृद्धि हुई। शुद्ध NPA अनुपात भी 0.43 प्रतिशत रहा, जो पिछली तिमाही में 0.46 प्रतिशत और पिछले साल 0.33 प्रतिशत था।
बता दें कि HDFC Bank का Q3 में मुनाफा 2.2% बढ़कर 16,736 करोड़ रुपये था, जबकि पिछले साल की समान तिमाही के दौरान 16,372.5 करोड़ रुपये था।
Q3 में बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) भी सालाना आधार पर 8% बढ़कर 30,690 करोड़ रुपये थी, जो Q2 में 30,653 करोड़ रुपये थी । Q3 में ग्रॉस NPA 1.42% रहा था, जो Q2 में 1.36% था। वहीं, नेट एनपीए 0.46% पर रहा, जो पिछली तिमाही में 0.41% था।