facebookmetapixel
फाइजर-सिप्ला में हुई बड़ी साझेदारी, भारत में प्रमुख दवाओं की पहुंच और बिक्री बढ़ाने की तैयारीगर्मी से पहले AC कंपनियों की बड़ी तैयारी: एनर्जी सेविंग मॉडल होंगे लॉन्च, नए प्रोडक्ट की होगी एंट्रीमनरेगा की जगह नए ‘वीबी-जी राम जी’ पर विवाद, क्या कमजोर होगी ग्रामीण मजदूरों की ताकत?1 फरवरी को ही आएगा 80वां बजट? रविवार और रविदास जयंती को लेकर सरकार असमंजस मेंसिनेमाघरों में लौटी रौनक: बॉक्स ऑफिस पर 11 महीनों में कमाई 18% बढ़कर ₹11,657 करोड़ हुईघने कोहरे की मार: इंडिगो-एयर इंडिया की कई फ्लाइट्स रद्द, यात्रियों को हुई परेशानीश्रीराम फाइनैंस में जापान का अब तक का सबसे बड़ा FDI, MUFG बैंक लगाएगा 4.4 अरब डॉलरRBI की जोरदार डॉलर बिकवाली से रुपये में बड़ी तेजी, एक ही दिन में 1.1% मजबूत हुआ भारतीय मुद्राअदाणी एयरपोर्ट्स का बड़ा दांव: हवाई अड्डों के विस्तार के लिए 5 साल में लगाएगी ₹1 लाख करोड़मोबाइल पर बिना इंटरनेट TV: तेजस नेटवर्क्स की D2M तकनीक को वैश्विक मंच पर ले जाने की तैयारी

HDFC AMC को RBI से मिली मंजूरी, DCB Bank, Karur Vysya सहित 2 और बैंकों में खरीदेगी हिस्सेदारी

Federal Bank, Karur Vysya को यह सुनिश्चित करना होगा कि अधिग्रहण उनकी चुकता शेयर पूंजी के 9.5% से अधिक न हो

Last Updated- September 21, 2023 | 3:09 PM IST
HDFC

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (HDFC AMC) को DCB Bank, करूर वैश्य बैंक (Karur Vysya Bank), फेडरल बैंक (Federal Bank) और इक्विटास स्मॉल फाइनैंस बैंक (Equitas Small Finance Bank) में से हिस्सेदारी खरीदने के लिए मंजूरी दे दी है। HDFC AMC सभी बैंकों से 9.5 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करेगी।

इक्विटास स्मॉल फाइनैंस बैंक ने एक्सचेंजों के साथ फाइलिंग में कहा, ‘रेगुलेशन 30 और SEBI (लिस्टिंग दायित्व और डिस्क्लोजर आवश्यकताएं) रेगुलेशन्स, 2015 के नियमों के मुताबिक, हम आपको सूचित करना चाहेंगे कि ‘बैंक को दी गई मंजूरी के संबंध में 20 सितंबर, 2023 को RBI से एक सूचना प्राप्त हुई है। HDFC Asset Management Company Limited (HDFC) ESFBL में भुगतान की गई इक्विटी कैपिटल या वोटिंग अधिकारों के 9.5% तक की ‘कुल होल्डिंग’ हासिल करेगी।’

इसके अलावा, बुधवार देर रात DCB Bank के एक एक्सचेंज बयान में कहा गया: ‘AMC को RBI द्वारा अप्रूवल की तारीख से एक वर्ष के भीतर बैंक में मेजर शेयरहोल्डिंग हासिल करने की सलाह दी गई है। अगर AMC निर्धारित अवधि के भीतर प्रमुख शेयरहोल्डिंग हासिल करने में विफल रहती है, तो RBI द्वारा दी गई मंजूरी रद्द कर दी जाएगी। इसके अलावा, AMC को यह सुनिश्चित करना होगा कि बैंक में कुल हिस्सेदारी हर समय बैंक की चुकता शेयर पूंजी (paid-up share capital) या वोटिंग अधिकार के 9.5% से ज्यादा न हो।

फेडरल बैंक और करूर वैश्य को यह सुनिश्चित करना होगा कि हिस्सेदारी अधिग्रहण हर समय उनकी भुगतान की गई शेयर कैपिटल या वोटिंग अधिकार के 9.5 प्रतिशत से अधिक न हो। फेडरल बैंक और करूर वैश्य ने गुरुवार को एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, ‘अगर कुल हिस्सेदारी 5% से कम हो जाती है, तो इसे बैंक की भुगतान की गई शेयर पूंजी या वोटिंग अधिकारों के 5% या उससे अधिक तक बढ़ाने के लिए RBI की पूर्व मंजूरी की आवश्यकता होगी।’

First Published - September 21, 2023 | 3:09 PM IST

संबंधित पोस्ट