इस त्योहार के सीजन में दोपहिया वाहन मालिक पहली बार कार खरीदने की इच्छा लेकर शो रूम में पहुंच रहे हैं। ऐसा GST 2.0 के कारण कीमतों में आई कटौती के चलते हो रहा है।
मारुति सुजुकी इंडिया, देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी, में छोटी कारों का हिस्सा GST सुधारों के बाद तेजी से बढ़ा है। अप्रैल–सितंबर के दौरान छोटी कारों की बिक्री का हिस्सा 16.7 प्रतिशत था, जो कर बदलाव के बाद बढ़कर 20.5 प्रतिशत हो गया है।
मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी, पार्थो बनर्जी ने बताया कि GST सुधारों के बाद छोटी कारों की खुदरा बिक्री में बढ़ोतरी हुई है और अब इसका हिस्सा 20.5 प्रतिशत पहुंच गया है।
देश में GST 2.0 लागू होने के बाद छोटी कारों की मांग में तेजी देखने को मिल रही है। मारुति सुजुकी के अधिकारी ने बताया कि अब उनके डीलरशिप पर एक नया ग्राहक वर्ग आ रहा है, जो अपनी टू-व्हीलर गाड़ियों को अपग्रेड करके पहली बार कार खरीदना चाह रहे हैं।
“हमारे शोरूम पर हेलमेट टेबल पर रखे दिख रहे हैं, यह साफ दर्शाता है कि नए ग्राहक आ रहे हैं,” कंपनी के अधिकारी बानेर्जी ने कहा। उन्होंने बताया कि मिनी सेगमेंट की कारों जैसे ऑल्टो और S-Presso के लिए 25,847 बुकिंग हुईं, लेकिन उत्पादन क्षमता की सीमाओं के कारण केवल 15,700 यूनिट ही डिलीवर की जा सकीं।
बानेर्जी ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल छोटी कारों की बुकिंग काफी अधिक रही है। कंपनी अब यह प्रयास कर रही है कि ग्राहकों को जल्दी से जल्दी कार उपलब्ध कराई जा सके।
GST 2.0 के लागू होने के बाद छोटी और बड़ी कारों की बुकिंग में अंतर नजर आ रहा है। चार मीटर से कम लंबाई और पेट्रोल इंजन 1,200 सीसी तथा डीज़ल इंजन 1,500 सीसी तक की कारों पर 18% GST लागू है। इन कारों की बुकिंग में 50% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, 40% GST स्लैब में आने वाली बड़ी कारों की बुकिंग में केवल 20% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
इस सकारात्मक रुझान को देखते हुए, मारुति सुजुकी इंडिया ने नए अभियान ‘प्रगति का त्योहार’ की शुरुआत की है। इस पहल के तहत कंपनी नए कार खरीदारों को कार खरीदने के लिए प्रोत्साहित करेगी और वित्तीय संस्थानों के साथ साझेदारी कर कार मालिकाना आसान बनाएगी।
मारुति सुजुकी ने पहली बार कार खरीदने वाले ग्राहकों को आकर्षित करने और उनका समर्थन करने के लिए नई योजना शुरू की है। कंपनी के अधिकारी बनर्जी के अनुसार, लोग अब अपनी दोपहिया गाड़ियों से चारपहिया गाड़ियों की ओर बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कंपनी इस नए ग्राहक वर्ग के लिए आकर्षक फाइनेंस स्कीम पेश कर रही है। सिर्फ फाइनेंस कंपनियों के साथ साझेदारी ही नहीं, बल्कि कंपनी खुद भी इस योजना में निवेश कर रही है।
बनर्जी का मानना है कि अगर ऐसे ग्राहकों में से एक या दो लोग छोटी कार खरीदते हैं, तो यह उनके समुदाय में तेजी से फैल सकता है और अन्य लोगों को भी कार खरीदने के लिए प्रेरित करेगा। यह अभियान नवंबर महीने तक चलेगा।
मारुति सुजुकी का मानना है कि बाजार का दीर्घकालिक विस्तार तब होता है जब लोग दोपहिया वाहन से चारपहिया वाहन की ओर बढ़ते हैं। पिछले दो सालों में कुल पैसेंजर वाहन (PV) उद्योग केवल 1–2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर पाया है, लेकिन कारों की पहुंच में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है, कंपनी के अधिकारी बानेर्जी ने बताया।
उन्होंने कहा कि हर नए मॉडल लॉन्च के साथ ग्राहक एक वाहन निर्माता (OEM) से दूसरे पर शिफ्ट हो रहे हैं। बानेर्जी ने यह भी उदाहरण दिया कि जापान में मोटराइजेशन तब बढ़ा जब K-कार (अल्ट्रा-कॉम्पैक्ट कार) लॉन्च की गई।
मारुति के पास फिलहाल 19 दिन का चैनल स्टॉक है और कंपनी बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश कर रही है।