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पीवीआर-आईनॉक्स विलय को मिल रही शानदार प्रतिक्रिया

Last Updated- December 11, 2022 | 8:27 PM IST

पीवीआर और आईनॉक्स लीजर के प्रस्तावित विलय को निवेशकों की ओर से जोरदार प्रतिक्रिया मिली है। सोमवार को शेयर बाजार में उनके शेयर के दामों में 12 फीसदी तक का इजाफा हुआ। पीवीआर का शेयर तीन फीसदी उछलकर 1,883.5 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर बंद हुआ, जबकि आईनॉक्स लीजर का शेयर 12 फीसदी चढ़कर 535.5 रुपये पर बंद हुआ। इसकी तुलना में बेंचमार्क एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स 0.4 फीसदी चढ़ा।
अब विश्लेषकों को आईनॉक्स लीजर के शेयर में 31 फीसदी और पीवीआर के शेयर में 26.5 फीसदी तक के इजाफे का रुख नजर आ रहा है, क्योंकि इन दोनों ही कंपनियों की निगाह परिचालनात्मक तालमेल, बेहतर नकदी प्रवाह और रियल एस्टेट पर मजबूत पकड़ पर है।
रविवार को पीवीआर और आईनॉक्स लीजर ने पूरी तरह से शेयर पर आधारित इस विलय की घोषणा की थी, जिसमें निवेशकों को आईनॉक्स के 10 शेयरों के लिए पीवीआर के तीन शेयर मिलेंगे। इस विलय के बाद आईनॉक्स के प्रवर्तकों के पास 16.66 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी, जबकि पीवीआर के प्रवर्तकों के पास इस संयुक्त कंपनी में 10.62 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी। यह विलय शेयरधारकों और नियामकों की मंजूरी पर निर्भर करता है।
पीवीआर और आईनॉक्स दोनों के ही प्रवर्तक समूहों के पास पुनर्गठित 10 सदस्यों वाले निदेशक मंडल की दो सीटें मिलेंगी, जिसमें पीवीआर का प्रतिनिधित्व अजय बिजली और संजीव कुमार प्रबंध निदेशक और कार्यकारी निदेशक के रूप में करेंगे तथा आईनॉक्स का प्रतिनिधित्व पवन कुमार और सिद्धार्थ जैन द्वारा क्रमश: गैर-कार्यकारी चेयरमैन और गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में किया जाएगा।
विश्लेषकों के अनुसार इन दो सबसे बड़ी मल्टीप्लेक्स कंपनियों का यह विलय सभी भौगोलिक क्षेत्रों के बाजारों तक पहुंच, मूल्य शृंखला में पर्याप्त सौदेबाजी करने की ताकत, प्रीमियमाइजेशन की गुंजाइश और लागत का संभावित तालमेल उपलब्ध कराता है।
जेएम फाइनैंशियल के मनीष अग्रवाल और सुमन्यु सराफ ने कहा कि नई कंपनी मौजूदा परिचालन को और अधिक मजबूत कर सकती है तथा टियर दो और टियर तीन के बाजारों में विस्तार करने पर विचार करेगी।
फिलहाल पीवीआर 73 शहरों में 181 संपत्तियों में 871 स्क्रीन का परिचालन कर रही है, जबकि आईनॉक्स के पास 72 शहरों में 160 संपत्तियों में 675 स्क्रीन हैं। इस विलय के बाद पीवीआर और आईनॉक्स की इस संयुक्त कंपनी का योगदान वित्त वर्ष 22 के अंत में भारत के कुल मल्टीप्लेक्स स्क्रीन का लगभग 50 प्रतिशत रहेगा। निर्मल बांग के गिरीश पई ने कहा कि यह शेयर केवल बढ़ेगा ही, क्योंकि विलय वाली कंपनी ने खुदरा रियल एस्टेट पाइपलाइन के एक बड़े हिस्से के साथ गठजोड़ किया है, जिसमें प्रत्येक अगले पांच से 10 साल में 1,000 से अधिक स्क्रीन खोलने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि हमारे विचार से यह विलय वाली कंपनी का सबसे बड़ा प्रतिस्पर्धात्मक लाभ होगा।
लगभग 70 प्रतिशत बाजार में सिंगल स्क्रीन वाले सिनेमा हैं, जिन्हें काम बंदी से जूझना पड़ रहा है, जबकि 30 प्रतिशत हिस्सेदारी वाले मल्टीप्लेक्स में दामदार इजाफा नजर आ रहा है।

First Published - March 28, 2022 | 11:26 PM IST

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