सरकार ने गुरुवार को बताया कि उसने EY इंडिया में वर्कप्लेस पर शोषण और असुरक्षित माहौल के आरोपों की गहनता से जांच शुरू कर दी है। ये आरोप अन्ना सेबेस्टियन पेराइल की मां अनीता ऑगस्टीन ने लगाए हैं।
पुणे में EY ग्लोबल की सदस्य कंपनी SR बटलिबोई की ऑडिट टीम का हिस्सा रहीं अन्ना की जुलाई में मृत्यु हो गई। उनकी मां, अनीता ऑगस्टीन, ने EY इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को एक पत्र लिखकर कंपनी में “कठिन और अत्यधिक काम” को उनकी बेटी की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
श्रम और रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने गुरुवार को X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “अन्ना सेबेस्टियन पेराइल के दुखद निधन से बहुत दुखी हूं। असुरक्षित और शोषणकारी कामकाजी माहौल के आरोपों की जांच जारी है। हम न्याय दिलाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और श्रम मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर इस शिकायत की जांच शुरू कर दी है।”
उन्होंने यह टिप्पणी पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के एक पोस्ट के जवाब में की, जिसमें उन्होंने पेराइल से जुड़ी एक समाचार रिपोर्ट साझा की थी और इस मौत को “कई स्तरों पर परेशान करने वाला” बताया था। चंद्रशेखर ने लिखा, “मैं भारत सरकार से अनुरोध करता हूं कि @mansukhmandviya @ShobhaBJP इस असुरक्षित और शोषणकारी कामकाजी माहौल के आरोपों की जांच करें, जो एक होनहार युवती, अन्ना सेबेस्टियन पेराइल की जान लेने का कारण बना।”
अनीता ऑगस्टीन ने अपने पत्र में लिखा, “अन्ना इतनी थकी होती थी कि वह बिना कपड़े बदले ही बिस्तर पर गिर पड़ती थी और फिर उसे और रिपोर्ट्स के लिए मैसेज आते थे। वह बहुत मेहनत कर रही थी ताकि डेडलाइन्स पूरी हो सकें।” यह लेटर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
EY इंडिया ने एक बयान में कहा कि अन्ना की मौत कंपनी के लिए “बहुत बड़ा नुकसान” है। कंपनी ने कहा, “उनका उभरता हुआ करियर इस दुखद घटना से अचानक समाप्त हो गया, जो हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है।”
कंपनी ने आगे कहा, “हम जानते हैं कि इस नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती, लेकिन हमने हमेशा की तरह परिवार को हर संभव सहायता दी है और आगे भी देते रहेंगे।”