देश में हवाई यात्रा के किराए में गिरावट आने वाली है। पिछले तीन महीने के दौरान विमानन ईंधन (एटीएफ) के दामों में लगातार गिरावट के बाद इंडिगो ने गुरुवार को ईंधन शुल्क हटा दिया है।
कंपनी ने 5 अक्टूबर को दूरी के आधार पर 1,000 रुपये तक का ईंधन शुल्क लगाया था। इंडिगो ने कहा ‘विमानन ईंधन की कीमतों में वृद्धि के बाद अक्टूबर 2023 में ईंधन शुल्क लागू किया गया था। एटीएफ की कीमतों में हालिया कमी के बाद इंडिगो शुल्क वापस ले रही है।’
अक्टूबर के बाद से विमान ईंधन के दामों में कमी आई है। 1 अक्टूबर को दिल्ली में विमान ईंधन के दाम प्रति किलोलीटर 1.182 लाख रुपये थे। 1 जनवरी तक दाम कम होकर प्रति किलोलीटर 1.012 लाख रुपये रह गए हैं।
विमानन कंपनी ने कहा कि चूंकि एटीएफ के दामों में उतार-चढ़ाव रहता है, इसलिए हम दामों या बाजार के हालात में किसी भी बदलाव के हिसाब से किराए और उसके घटकों को समायोजित करते रहेंगे।
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विमानन कंपनी ने 4 जनवरी से बुक किए गए सभी टिकटों पर ईंधन शुल्क हटा दिया है। अगर 4 जनवरी से पहले टिकट बुक किया गया था तो शुल्क रहेगा और ऐसे टिकट धारकों को कोई रिफंड नहीं दिया जाएगा। भारतीय विमानन कंपनियों के मामले में ईंधन की लागत उनका सबसे बड़ा खर्च होती है।
इसमें उनके कुल राजस्व का लगभग 45 प्रतिशत खर्च होता है। इंडिगो ने 500 किलोमीटर तक की उड़ान के लिए 300 रुपये और 501 से 1,000 किलोमीटर तक की उड़ान के लिए 400 रुपये का ईंधन शुल्क लगाया था। उड़ान की सभी श्रेणियों पर इस तरह की श्रेणीबद्ध वृद्धि लागू की गई थी।