गोल्डमैन सैक्स उन कंपनियों पर उत्साहित है जिन्हें अमीर भारतीयों की संख्या बढ़ने से फायदा होने की संभावना है। अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म ने अपनी एक रिपोर्ट में लीजर, ज्वैलरी, आउट-ऑफ-होम फूड, हेल्थकेयर और प्रीमियम ब्रांड जैसी कुछ थीमों की पहचान की है।
इस महीने के शुरू में सीएलएसए ने भी इस संबंध में एक रिपोर्ट जारी कर कहा था कि शहरी संपन्नता से जुड़ी कंपनियां इस साल लगातार मजबूत वृद्धि दर्ज करेंगी। गोल्डमैन ने कहा है कि भारत की अमीर आबादी में वृद्धि संपूर्ण आबादी की वृद्धि के मुकाबले ज्यादा तेज रफ्तार से हो रही है।
गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘भारत की सिर्फ 4 प्रतिशत कामकाजी आबादी की प्रति व्यक्ति आय 10,000 डॉलर से अधिक है, जिसमें करीब 6 करोड़ उपभोक्ता शामिल होने का अनुमान है।
टैक्स फाइलिंग, बैंक जमा, क्रेडिट कार्ड और ब्रॉडबैंड कनेक्शन के डेटा के आधार पर हमारा अनुमान है कि यह उपभोक्ता समूह 2019-23 में 12 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़ा है, जो भारत की औसत आबादी के 1 प्रतिशत के मुकाबले काफी अधिक है।
यदि मौजूदा स्थिति बनी रही तो हमें ‘एफ्लुएंट इंडिया’ यानी समृद्ध भारत का आकार वर्ष 2027 तक बढ़कर 10 करोड़ उपभोक्ताओं तक पहुंच जाने का अनुमान है।’
‘समृद्ध भारत’ समूह में उपभोक्ताओं की दोहरे अंकों की सीएजीआर के साथ हम मध्य अवधि में इन श्रेणियों में अच्छी वृद्धि की उम्मीद करते हैं। कई शेयर ऐसे हैं जो इन सेगमेंट से जुड़े हुए हैं और हम उन कंपनियों को पसंद कर रहे हैं जो प्रतिस्पर्धी क्षमता वाली हैं। हमारे पसंदीदा शेयरों में टाइटन, अपोलो, फीनिक्स, मेकमाइट्रिप, जोमैटो, देवयानी, सफायर और आयशर मुख्य रूप से शामिल हैं।
सीएलएसए ने शहरी अमीर थीम से फायदा पाने वाले शेयरों में- टाइटन,जामैटो और सुला विनेयार्ड्स की पहचान की थी। सीएलएसए ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘हमें यह रुझान 2024 और उसके बाद भी बरकरार रहने का अनुमान है, क्योंकि शानदार कॉरपोरेट मुनाफे, व्यवसाय मालिकों के लिए मजबूत आय से मदद मिलने की संभावना है। इन वर्गों पर मुद्रास्फीति का प्रभाव बहुत ज्यादा पड़ने की आशंका नहीं है।’
पिछले एक साल के दौरान समृद्ध भारत थीम से जुड़े गोल्डमैन सैक्स के शेयरों में वित्त वर्ष 2024 के लिए राजस्व अनुमान में 7 फीसदी का अपग्रेड दर्ज किया गया जबकि आम खपत से जुड़े शेयरों के लिए तीन प्रतिशत डाउनग्रेड था।