वित्त वर्ष 2022 में एडटेक कंपनी बैजूस का घाटा तकरीबन दोगुना होकर 8,245.2 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2021 में 4,564.38 करोड़ रुपये था। बैजूस द्वारा जमा कराए गए नियामकीय दस्तावेज के अनुसार वित्त वर्ष 2022 में कंपनी की आय 120 फीसदी बढ़कर 5,014.60 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2021 में 2,280.26 करोड़ रुपये थी।
बैजूस की आय उसकी प्रवर्तक कंपनी थिंक ऐंड लर्न ने 23 जनवरी को कंपनी मामलों के मंत्रालय के पास वित्त वर्ष 2022 का वित्तीय विवरण जमा कराया है। कंपनी ने निर्धारित अवधि से करीब 22 महीने की देरी से वित्तीय विवरण जमा कराया है। कुछ हफ्ते पहले कंपनी ने सालाना आम बैठक में अपने निवेशकों के समक्ष वित्तीय नतीजे प्रस्तुत किए थे।
बैजूस के भारत में मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) नितिन गोलानी ने कहा, ‘हमें खुशी है कि हमारी कुल आय 2.2 गुना बढ़ी है मगर हम यह भी समझते हैं कि व्हाइटहैट जूनियर और ओसोमो जैसे कारोबार का प्रदर्शन खराब रहा है, जिनका कंपनी के घाटे में करीब 45 फीसदी योगदान रहा।’
उन्होंने कहा, ‘हमने अपनी परिचालन वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए कई उपाय किए हैं। नुकसान वाले कारोबार का आकार घटाया गया है, वहीं अन्य कारोबार में निरंतर वृद्धि देखी जा रही है।’ वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का कुल खर्च 13,668.44 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2021 के 7,027.47 करोड़ रुपये खर्च से 94 फीसदी अधिक है।
कंपनी ने उत्पादन और परिवहन पर 4,143.94 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जो पिछले वित्त वर्ष से करीब दोगुना है। कर्मचारियों के लाभ मद में खर्च 3,662.22 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2022 में बैजूस ने अपने शुद्ध नकद प्रवाह का 11,705.23 करोड़ रुपये निवेश गतिविधियों में लगाया, जबकि वित्त वर्ष 2021 में इस मद में 1,919.94 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।
कंपनी को मुख्य रूप से व्हाइटहैट जूनियर और ओसमो के कारण घाटा हुआ है। इन दोनों कारोबार का घाटा करीब 3,800 करोड़ रुपये रहा। कंपनी के अनुसार फर्म के संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी बैजू रवींद्रन के पास कंपनी में 50.37 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके साथ ही दिव्या गोकुलनाथ के पास 10.52 फीसदी और रिजू रवींद्रन के पास 4.77 फीसदी हिस्सेदारी है।
एचएलपी बीटा होल्डिंग्स केमैन के पास कंपनी की 6.10 फीसदी और एमआईएच वेंचर्स के पास 6.10 फीसदी हिस्सेदारी है। कंपनी ने कहा कि आकाश के कारोबार में 40 फीसदी और ग्रेट लर्निंग में 77 फीसदी की वृद्धि देखी गई।
आकाश की आय वित्त वर्ष 2022 में 1,491 करोड़ रुपये रही जो वित्त वर्ष 2021 में 1,065 करोड़ रुपये थी। इसी तरह ग्रेट लर्निंग की आय वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 628 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2021 में 354 करोड़ रुपये थी।
वित्त वर्ष 2022 में कंपनी की कुल आय में भारतीय बाजार की हिस्सेदारी करीब 3,464.19 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2021 में 987.67 करोड़ रुपये थी। अमेरिकी बाजार में कंपनी की आय बढ़कर 1,058.10 करोड़ रुपये रही।