मांग में गिरावट और परिवहन की ऊंची लागत की वजह से कच्चे माल की कीमतों में उछाल पिछले 27 माह से सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यमों (एमएसएमई) के लिए एक बड़ी समस्या रहा है। एक सर्वे में यह निष्कर्ष निकाला गया है।
भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट (बीवाईएसटी) के एक सर्वे में कहा गया है कि बाजार में स्थिरता लौटी है लेकिन सर्वे में शामिल 57 प्रतिशत इकाइयां अपने माल के लिए नए ऑर्डर प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रही हैं।
बीवाईएसटी के संस्थापक और प्रबंध न्यासी लक्ष्मी वेंकटरमण वेंकटेशन ने कहा, ‘‘पिछले 27 माह के दौरान उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति घटने से मांग में गिरावट और ईंधन कीमतों की वजह से परिवहन की लागत बढ़ने के चलते कच्चे माल के दामों में बढ़ोतरी ने इस क्षेत्र के उद्यमियों के लिए संकट पैदा किया है।’’
रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 का प्रभाव धीरे-धीरे कम हो रहा है लेकिन कई कारकों के कारण आर्थिक स्थिति अभी पूरी तरह से स्थिर नहीं हुई है।