पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि एथनॉल की कीमत पेट्रोल से ज्यादा है, इसके बावजूद तेल विपणन कंपनियों ने एथनॉल-मिश्रित ईंधन को बढ़ावा देना बंद नहीं किया है। मंत्रालय ने एथनॉल मिश्रित पेट्रोल के माइलेज, वाहन की आयु और ईंधन की कीमत को लेकर हाल ही में उठी चिंताओं के जवाब में यह कहा है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘समय बीतने के साथ एथनॉल की खरीद कीमत बढ़ी है और अब इसका भारित औसत मूल्य रिफाइंड पेट्रोल से अधिक है। पेट्रोल की तुलना में एथनॉल की कीमत बढ़ने के बावजूद तेल कंपनियों ने एथनॉल मिश्रण की नीति में कोई बदलाव नहीं किया है, क्योंकि यह योजना ऊर्जा सुरक्षा, किसानों की आमदनी बढ़ाने और पर्यावरण सततता से जुड़ी है।’
एथनॉल मिश्रित पेट्रोल के इस्तेमाल को लेकर हाल में चिंता बढ़ी है। नीति आयोग की 2020-21 की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए आलोचकों का तर्क है कि मिश्रित ईंधन, गैर मिश्रित ईंधन से सस्ता होना चाहिए और इस पर आने वाली लागत का फायदा ग्राहकों तक नहीं पहुंचाया जा रहा है। मंत्रालय ने कहा कि जब नीति आयोग की रिपोर्ट तैयार की गई थी, तब एथनॉल पेट्रोल से सस्ता था। एथनॉल आपूर्ति वर्ष 2024-25 के दौरान एथेनॉल का औसत खरीद मूल्य 31 जुलाई 2025 को 71.32 रुपये प्रति लीटर था। इसमें ढुलाई की लागत और जीएसटी शामिल नहीं है। ई-20 के उत्पादन के लिए ओएमसी मोटर स्पिरिट (एमएस) में 20 प्रतिशत खरीदे गए एथनॉल को मिलाती हैं।