facebookmetapixel
सस्ते आयात, डंपिंग से देश के स्टील सेक्टर को नुकसान; नीतिगत समर्थन की जरूरत: RBIसोशल मीडिया पर AI कंटेंट पर सख्ती, लेबलिंग और वेरिफिकेशन अनिवार्य; MeitY ने जारी किया मसौदा नियमभारत बनेगा AI कंपनियों का नया ठिकाना, OpenAI और Anthropic करेंगी भर्ती और ऑफिस की शुरुआतIndia-US Trade Deal: 50% से 15% होगा टैरिफ! ट्रंप देंगे बड़ा तोहफा, जल्द फाइनल हो सकती है डीलMajhi Ladki Bahin Yojana: महिलाओं की स्कीम में 12 हजार पुरुषों को मिला फायदा! चौंकाने वाला खुलासाTata Motors CV की लिस्टिंग डेट पर बड़ा अपडेट! दिसंबर से बाजार में शुरू हो सकती है ट्रेडिंगTata Trusts: कार्यकाल खत्म होने से पहले वेणु श्रीनिवासन बने आजीवन ट्रस्टी, अब मेहली मिस्त्री पर टिकी निगाहेंMidwest IPO: 24 अक्टूबर को होगी लिस्टिंग, ग्रे मार्केट से मिल रहे पॉजिटिव संकेत; GMP ₹100 पर पंहुचाUpcoming IPOs: आईपीओ मार्केट में फिर गर्माहट, सेबी ने ₹3500 करोड़ के सात नए आईपीओ को दी मंजूरीसत्य नडेला की कमाई बढ़कर हुई ₹800 करोड़, 90% हिस्सा सिर्फ शेयरों से

Ethanol क्षमता साल अंत तक 25 फीसदी बढ़कर 1,250 करोड़ लीटर हो जाएगी: सरकारी अधिकारी

Last Updated- January 13, 2023 | 3:20 PM IST
ethanol price
Creative Commons license

सरकार ने शुक्रवार को कहा कि देश में कुल एथनॉल (Ethanol) उत्पादन क्षमता साल के अंत तक 25 फीसदी बढ़कर 1,250 करोड़ लीटर होने की उम्मीद है। एथनॉल परियोजनाओं की तेजी से मंजूरी के लिए कदम उठाए गए हैं।

केंद्रीय खाद्य मंत्रालय के तहत चीनी एवं वनस्पति तेल निदेशालय में निदेशक संगीत सिंगला ने कहा, ‘बैंकों ने अब तक एथनॉल परियोजनाओं के लिए 20,000 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण मंजूर किए गए हैं, जिनमें से 10,000 करोड़ रुपये पहले ही ब्याज अनुदान योजना के तहत जारी किए जा चुके हैं।

उन्होंने यहां उद्योग मंडल एसोचैम द्वारा ‘भविष्य के लिए ईंधन’ पर आयोजित एक सम्मेलन में कहा कि अब तक करीब 225 परियोजनाओं को इसका फायदा मिला है। भारत ने पिछले दो वर्षों में पेट्रोल के साथ एथनॉल मिश्रण को दोगुना कर 10 फीसदी कर दिया है। उन्होंने कहा कि एथनॉल मिश्रण इस साल 12 फीसदी तक पहुंच जाएगा और 2025 तक 25 फीसदी मिश्रण का लक्ष्य पूरा होगा।

यह भी पढ़ें: ONGC Videsh को सखालिन-एक गैस, तेल क्षेत्र में 20 फीसदी हिस्सदारी वापस मिली

अधिकारी ने कहा कि गन्ना उत्पादकों को ही नहीं, खाद्यान्न उगाने वाले किसानों को भी एथनॉल बनाने से फायदा हो रहा है, क्योंकि उन्हें टूटे चावल के बेहतर दाम मिल रहे हैं। सरकार ने एथनॉल उत्पादन के लिए चीनी के अलावा टूटे चावल के इस्तेमाल की अनुमति दी है।

First Published - January 13, 2023 | 3:20 PM IST

संबंधित पोस्ट